(प्रारंभिक परीक्षा : समसामयिक घटनाक्रम, रिपोर्ट एवं सूचकांक) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-1 : महिलाओं से संबंधित मुद्दे)
संदर्भ
यूएन वीमेन (UN WOMEN) और संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय (UN Office on Drugs and Crime) द्वारा जारी एक रिपोर्ट में दुनिया भर में घरेलू हिंसा की चिंताजनक स्थिति पर प्रकाश डाला गया है।यह रिपोर्ट महिलाओं के खिलाफ हिंसा के उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस पर जारी की गई है।
इस रिपोर्टको ‘2023 में महिला हत्याएँ: अंतरंग साथी/परिवार के सदस्यों द्वारा महिला हत्याओं का वैश्विक अनुमान(Femicides in 2023: Global Estimates of Intimate Partner/Family Member Femicides)’ शीर्षक से जारी किया गया है।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर वर्ष 2023 में 85,000 महिलाओं एवं बालिकाओं को हत्या जानबूझकर की गई है। इनमें से 60% हत्याएँ किसी अंतरंग साथी या परिवार के सदस्य द्वारा की गईं।
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित स्थान घर है जहां प्रतिदिन 140 महिलाओं एवं बालिकाओं की हत्या उनके अंतरंग साथी या परिवार के सदस्य द्वारा कर दी जाती है।
वैश्विक स्तर पर सभी क्षेत्रों में महिलाएं एवं लड़कियां लिंग आधारित हिंसा के इस चरम रूप से प्रभावित हो रही हैं।
क्षेत्रवार आँकड़े
अफ्रीका में अंतरंग साथी और परिवार द्वारा की जाने वाली हत्याओं की सर्वाधिक संख्या दर्ज की गई। वर्ष 2023 में पीड़ितों की अनुमानित संख्या 21,700 थी। इसके अलावा अफ्रीका में अपनी आबादी के आकार के सापेक्ष पीड़ितों की संख्या भी सबसे अधिक प्रति 100,000 लोगों पर 2.9 पीड़ित थी।
अमेरिका एवं ओशिनिया में भी घरेलू हिंसा की दर ऊंची है, जहां प्रति 100,000 लोगों पर क्रमशः 1.6 एवं 1.5 महिलाएं पीड़ित हैं।
हिंसा की यह दर एशिया एवं यूरोप में काफी कम है जहां प्रति 100,000 लोगों पर क्रमशः 0.8 व 0.6 पीड़ित हैं।
घरेलू हिंसा के प्रमुख कारण
यूएन वीमेन के अनुसार इसके मुख्य कारणों में लगातार सामाजिक मुद्दों, जैसे- लिंग संबंधी रूढ़िवादिता और सामाजिक मानदंड का प्रभाव है।
इस रिपोर्ट में पुरुषों की हत्या के संदर्भ में भी आँकड़े दिए गए हैं। हालाँकि, पुरुषों की अधिकांश हत्याएँ घर के बाहर होती हैं। फिर भी महिलाएँ और लड़कियां निजी क्षेत्र में घातक हिंसा से असमान रूप से प्रभावित होती हैं।
रिपोर्ट के अनुसार अनुमान है कि वर्ष 2023 में सभी हत्या के कुल पीड़ितों में से 80% पुरुष थे जबकि 20% महिलाएं थी, किंतु परिवार के भीतर की हिंसा पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर बहुत अधिक प्रभाव डालती है।
रिपोर्ट के अनुसार महिलाओं की हत्या को रोकने के लिए कदम उठाए जाने के बावजूद ये हत्याएँ चिंताजनक रूप से उच्च स्तर पर बनी हुई हैं।
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया गया है कि घरेलू हिंसा एक रोकथाम योग्य अपराध है जो प्रायः लिंग आधारित हिंसा के बार-बार होने वाले प्रकरणों के परिणामस्वरूप होता है।
घरेलू हिंसा की रोकथाम के लिए सुझाव
रिपोर्ट में घरेलू हिंसा को रोकने और महिलाओं व लड़कियों को निजी क्षेत्र में घातक हिंसा से बचाने के लिए मजबूत आपराधिक न्याय प्रणाली की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है। यह न्याय प्रणाली अपराधियों को जवाबदेह ठहराने वाली और पीड़ितों के लिए पर्याप्त सहायता सुनिश्चित करने वाली होनी चाहिए।
इसके अलावा मज़बूत कानून, बेहतर डाटा संग्रह, अधिक सरकारी जवाबदेही, ऐसे अपराधों के प्रति शून्य-सहिष्णुता की संस्कृति और महिला अधिकार संगठनों व संस्थागत निकायों के लिए अधिक धन की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला गया है।
रिपोर्ट में ऐसे लैंगिक पूर्वाग्रहों, शक्ति असंतुलन और सामाजिक मानदंडों को खत्म करने का सुझाव दिया गया है जो महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देते हैं।
रिपोर्ट में वर्ष 2025 में बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फ़ॉर एक्शन की 30वीं वर्षगांठ के साथ ही सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की नज़दीक आती समयसीमा सभी हितधारकों को महिला अधिकारों और लैंगिक समानता के लिए निर्णायक एवं तत्काल कार्रवाई करने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।
बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फ़ॉर एक्शन
बीजिंग प्लेटफ़ॉर्म फ़ॉर एक्शन (BPfA) महिला सशक्तिकरण मंच है जिसे वर्ष 1995 में चौथे संयुक्त राष्ट्र महिला सम्मेलन में अपनाया गया था।
इसका उद्देश्य महिलाओं एवं लड़कियों को सशक्त बनाना और उनके अधिकारों को आगे बढ़ाने के साथ ही लैंगिक समानता का लक्ष्य हासिल करना है।