चर्चा में क्यों
यू.एन.एफ.सी.सी. के कॉप-26 सम्मलेन में संयुक्त राज्य अमेरिका ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 101वें सदस्य के रूप में सम्मिलित होने की घोषणा की।
प्रमुख बिंदु
- आई.एस.ए. के गठन की घोषणा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं फ़्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकोइस ओलांद ने 30 नवंबर, 2015 को पेरिस में कॉप-21 के सत्र में की थी।
- आई.एस.ए. संधि आधारित एक अंतर-सरकारी संगठन है। इसमें मुख्यतः सौर संसाधन संपन्न देशों (विशेषतः कर्क एवं मकर रेखा के मध्य स्थित) को सम्मिलित करने की कल्पना की गई है। इसके अंतर्गत 122 सनबेल्ट देश हैं, जो इसके संभावित सदस्य देशों के रूप में उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में स्थित हैं।
आई.एस.ए. के मुख्य उद्देश्य
- सौर ऊर्जा अनुप्रयोगों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप बढ़ाने के लिये प्रमुख चुनौतियों का सामूहिक रूप से समाधान करना।
- वर्ष 2030 तक 1000 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का निवेश जुटाना।
- सदस्य देशों के मध्य ऊर्जा प्रौद्योगिकियों में सहयोगी अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देना।