चर्चा में क्यों
हाल ही में, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने वैमानिकी परीक्षण रेंज, चित्रदुर्ग (कर्नाटक) से एक नए मानव रहित हवाई वाहन (Unmanned Aerial Vehicle : UAV) की पहली परीक्षण उड़ान को सफलतापूर्वक संपन्न किया है।
प्रमुख बिंदु
- इसे वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान (ADE), बेंगलुरु द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है, जो डी.आर.डी.ओ. की एक प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशाला है।
- यह एक स्वायत्त फ्लाइंग विंग टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर है, जो छोटे टर्बोफैन इंजन द्वारा संचालित है।
- विमान के लिये प्रयोग किये गए एयरफ्रेम, अंडर कैरिज (Undercarriage), संपूर्ण उड़ान नियंत्रण और एवियोनिक्स सिस्टम स्वदेशी रूप से विकसित किये गए हैं। जबकि इसमें TRDD-50MT नामक रूसी इंजन लगाया गया है जिसे मूल रूप से क्रूज मिसाइलों के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- डी.आर.डी.ओ. सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये विभिन्न वर्गों के यू.ए.वी. विकसित करने की प्रक्रिया में है। विदित है कि रुस्तम -2, स्वदेशी मीडियम एल्टीट्यूड लॉन्ग एंड्योरेंस (MALE) यू.ए.वी. 25,000 फीट की ऊँचाई और 10 घंटे की लगातार उड़ान की क्षमता को प्राप्त कर चुका है।