प्रमुख बिंदु
- आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा 9 नवम्बर, 2020 को 13वें ‘शहरी गतिशीलता भारत’ (UMI) सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष के सम्मेलन का मुख्य विषय ‘इमर्जिंग ट्रेंड्स इन अर्बन मोबिलिटी’ अर्थात ‘शहरी गतिशीलता का उभरता रूझान’ है।
- इसका मुख्य लक्ष्य जनता को उसकी पहुँच के भीतर एवं सुगम परिवहन सुविधा मुहैया कराने में कोविड-19 महामारी द्वारा पेश चुनौतियों तथा उनसे निपटने के लिये राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नवीनतम उपाय करने पर ध्यान केंद्रित करना है।
- अभी तक इस तरह के 12 सम्मेलन आयोजित किये जा चुके हैं। इन सम्मेलनों में भागीदारी के जरिये राज्य सरकारों, शहरी प्रशासनों और अन्य भागीदारों को काफी लाभ हुआ है।
- इस सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2008 में ‘अर्बन मोबिलिटी’ विषय के साथ हुई थी। वर्ष 2019 में इसके 12वें संस्करण का आयोजन लखनऊ में ‘सुलभ और रहने योग्य शहर’ विषय के साथ हुआ था।
राष्ट्रीय शहरी परिवहन नीति-2006
- भारतीय शहरों को तेज़ी से बदलती गतिशीलता से सम्बंधित जरूरतों के अनुकूल परिवर्तन की आवश्यकता है। इन सभी मुद्दों के मद्देनज़र ‘राष्ट्रीय शहरी परिवहन नीति-2006’ को प्रस्तुत किया गया।
- इस नीति का उद्देश्य भारतीय शहरों में रहने वालों की बढ़ती संख्या, नौकरियों, शिक्षा, मनोरंजन और ऐसी अन्य सभी जरूरतों के लिये सुरक्षित, सस्ती, त्वरित, आरामदायक, विश्वसनीय और टिकाऊ पहुँच उपलब्ध कराना है।
- राष्ट्रीय शहरी परिवहन नीति के कार्यान्वयन के एक हिस्से के रूप में अर्बन मोबिलिटी इंडिया पर एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन-सह-प्रदर्शनी का आयोजन करने की पहल की गई, जिसे आम तौर पर यू.एम.आई. के रूप में जाना जाता है।