(सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-2 व 3 भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों तथा राजनीति का प्रभाव; प्रवासी भारतीय।उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।) |
संदर्भ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिका में प्रवेश करने वाले सभी स्टील और एल्युमीनियम पर 25% आयात कर लगाने की घोषणा की है। ये आयात कर इसी वर्ष 4 मार्च से लागू होंगे।
अमेरिका द्वारा स्टील एवं एल्युमीनियम का आयात
- अमेरिका में इस्तेमाल होने वाले स्टील का लगभग एक चौथाई हिस्सा विदेशों से आता है जिसमें कनाडा, ब्राजील और मैक्सिको शीर्ष आपूर्तिकर्ता हैं, उसके बाद दक्षिण कोरिया और वियतनाम का स्थान है।
- पिछले साल अमेरिका में स्टील के आयात में मैक्सिको और कनाडा का योगदान लगभग 40% था।
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- इसके अतिरिक्त यूनाइटेड किंगडम (UK) स्टील उद्योग के निर्यात में अमेरिका का योगदान लगभग 10% है।
- अमेरिका में इस्तेमाल होने वाले एल्युमीनियम का लगभग 50% आयात किया जाता है। कनाडा अमेरिका को प्राथमिक एल्युमीनियम धातु का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता है।
- जो नवंबर 2024 तक अमेरिका के कुल एल्युमीनियम आयात का 79% है।
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- मेक्सिको मुख्य रूप से एल्युमीनियम स्क्रैप और एल्युमीनियम मिश्र धातु का एक अन्य प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
- अपने पहले कार्यकाल के दौरान, ट्रम्प ने कनाडा, मैक्सिको और यूरोपीय संघ से स्टील आयात पर 25% और एल्युमीनियम आयात पर 10% टैरिफ लगाया था।
- हालाँकि, अमेरिका ने एक साल बाद कनाडा और मैक्सिको के साथ उन शुल्कों को समाप्त करने के लिए एक समझौता किया जबकि यूरोपीय संघ पर ये आयात कर वर्ष 2021 तक लागू रहे।
- ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में चीन से आयातित सभी वस्तुओं पर 10% का शुल्क भी आरोपित किया है।
- यह आयात कर कनाडा, ब्राजील, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों से आने वाले स्टील और एल्युमीनियम आयात पर लागू होंगे, जो अभी तक कार्व-आउट के तहत यू.एस. में शुल्क मुक्त प्रवेश कर रहे थे।
कारण
- अमेरिका का तर्क है कि देश को आयात पर निर्भर हुए बिना राष्ट्रीय आपातकाल की स्थिति में अपनी सेना को आपूर्ति करने के लिए पर्याप्त उच्च गुणवत्ता वाले स्टील का उत्पादन करने में सक्षम होना चाहिए।
- ट्रम्प प्रशासन टैरिफ को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में वृद्धि , रोज़गार संवर्धन और कर राजस्व बढ़ाने के तरीके के रूप में देखता है।
- ट्रंप ने उन सभी देशों पर पारस्परिक टैरिफ लागू करने की घोषणा की है जो अमेरिकी आयात पर कर लगाते हैं।
- अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार देश को अवैध आव्रजन और नशीली दवाओं के प्रवाह से बचने के लिए यह आयात कर आवश्यक हैं।
- आयात कर दूसरे देशों से आयात किए जाने वाले सामानों पर लगाए जाने वाले कर हैं।
- विदेशों से सामान आयात करने वाली घरेलू कंपनियाँ सरकार को कर का भुगतान करती हैं।
अमेरिका पर प्रभाव
- आयात कर से अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा जिससे कर राजस्व में वृद्धि के साथ ही अर्थव्यवस्था में भी वृद्धि होगी।
- अमेरिका में लाखों नौकरियां कनाडा से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में आने वाले स्टील और एल्युमीनियम इनपुट से जुड़ी हैं जिन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
- अमेरिका में कार कंपनियों के साथ-साथ फ़िज़ी ड्रिंक्स के निर्माताओं की लागत में वृद्धि
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- विशेषज्ञों के अनुसार ये नए टैरिफ व्यापक व्यापार युद्ध को बढ़ावा देने के साथ ही मुद्रास्फीति में भी वृद्धि कर सकते हैं।
विभिन्न देशों की प्रतिक्रिया
चीन
- चीन ने अमेरिकी कोयला, तेल, गैस, कृषि मशीनरी, बड़े इंजन वाली कारों के आयात पर और इलेक्ट्रिक व सैन्य उपकरणों के लिए आवश्यक 25 दुर्लभ धातुओं के निर्यात पर नियंत्रण आरोपित किया है।
- चीन के अनुसार दुर्लभ धातु निर्यात पर नियंत्रण लगाने का उसका निर्णय सेमीकंडक्टर चिप्स और कई अन्य कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) विकासों तक चीन की पहुँच को रोकने वाली नीतियों को लागू करने के अमेरिका के प्रतिशोध पर आधारित है।
- ट्रंप प्रशासन के निर्णय के संबंध में चीन ने अमेरिका से अपने गलत दृष्टिकोण को सुधारने और आर्थिक एवं व्यापार मुद्दों का राजनीतिकरण बंद करने का आग्रह किया।
- चीन के अनुसार 10% टैरिफ़ के बाद भी चीन के उत्पाद बहुत किफ़ायती और प्रतिस्पर्धी हैं।
- ऐसे में अमेरिकी आयातकों की सस्ते चीनी उत्पादों की मांग के कारण चीन पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा।
- चीन ने हमेशा ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के बीच विकसित हुए नए व्यापार युद्ध के प्रति अपना विरोध जताया है।
कनाडा
- ट्रंप ने कनाडा से आने वाले सभी सामानों पर 25% के प्रस्तावित आयात कर को 30 दिनों के लिए रोक दिया।
- इसके जवाब में कनाडा ने भी 155 बिलियन कनाडाई डॉलर ($107 बिलियन; £86 बिलियन) के अमेरिकी आयात पर 25% के आयात कर पर रोक लगा दी।
- कनाडा से नशीली दवाओं के रूप में प्रयुक्त फेंटेनल की तस्करी एवं अवैध प्रवासियों को रोकने के लिए कनाडा अमेरिकी सीमा पर नए हेलिकॉप्टर, तकनीक और कर्मियों को नियुक्त करने के लिए $1.3 बिलियन की सीमा योजना लागू कर रहा है।
मेक्सिको
- मेक्सिको के खिलाफ प्रस्तावित 25% आयात कर को भी एक महीने के लिए टाल दिया गया है, जैसा कि मेक्सिको द्वारा अमेरिकी वस्तुओं के खिलाफ उपायों में किया गया है।
- मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने ड्रग्स, विशेष रूप से फेंटेनल की तस्करी को रोकने के लिए यू.एस.-मैक्सिकन सीमा पर नेशनल गार्ड के 10,000 सदस्यों को तैनात करने पर सहमति व्यक्त की।
- अमेरिका ने भी मैक्सिको में उच्च क्षमता वाले अमेरिकी हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए उपाय बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है।
भारत पर प्रभाव तथा प्रतिक्रिया
- राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा अमेरिका में सभी स्टील और एल्युमीनियम आयातों पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद (मौजूदा धातु शुल्कों के अलावा), भारत ने हाल के वर्षों में औसत शुल्कों में कमी को इंगित करने के लिए अपने हालिया शुल्क कटौती की घोषणा की है।
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भारत पर कोई विशेष प्रभाव नहीं
- विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका द्वारा प्रस्तावित स्टील और एल्युमीनियम पर 25% टैरिफ के वैश्विक प्रभाव के विपरीत भारत के शिपमेंट पर कोई विशेष प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है।
- पिछले वित्त वर्ष के दौरान, अमेरिका को भारत का लोहा और इस्पात निर्यात $475 मिलियन होने का अनुमान है।
- लोहा और इस्पात उत्पाद को शामिल करने से यह लगभग $2.8 बिलियन था।
- वित्त वर्ष 2023-24 में एल्युमीनियम और इससे बनी वस्तुओं का निर्यात $950 मिलियन से कम होने का अनुमान है।
स्टील डंपिंग में वृद्धि की संभावना
- भारतीय कंपनियों का मानना है कि अमेरिका द्वारा उच्च आयात कर लगाए जाने से अमेरिकी निर्यात में कमी आने के साथ ही घरेलू स्टील की कीमतों में गिरावट आ सकती है।
- अमेरिका द्वारा चीन से आयातित स्टील एवं एल्युमिनियम पर अत्यधिक आयात कर की दर से चीन संभावित नुकसान की भरपाई के लिए विशाल भारतीय बाजार की ओर रुख कर सकता है।
- व्यापार डायवर्जन और संरक्षणवादी उपायों के कारण स्टील के आयात में अत्यधिक वृद्धि से डंपिंग की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
- भारतीय इस्पात मंत्रालय ने पिछले साल केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय से जनवरी-जुलाई 2024 के बीच चीन से स्टील आयात में 80% की वृद्धि का का उल्लेख करते हुए स्टील उत्पादों पर 25 % शुल्क लगाने का अनुरोध किया था।
- इंडियन स्टील एसोसिएशन के अनुसार आयात में वृद्धि घरेलू विनिर्माण के लिए खतरा है क्योंकि चीन, जापान और दक्षिण कोरिया की तुलना में भारत में घरेलू खपत की अधिक क्षमता मौजूद है।
- स्टील पर अमेरिकी आयात कर से प्रतिस्पर्धा में वृद्धि के साथ ही भारतीय स्टील उत्पादकों को अपने उत्पादों के निर्यात में अधिक चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
भारत द्वारा संभावित उपाय
- अपने पहले कार्यकाल के दौरान ट्रम्प ने भारत को चीन, ब्राजील और मैक्सिको के साथ एक उच्च-टैरिफ देश के रूप में शामिल करते हुए कार्रवाई की धमकी दी थी।
- हालाँकि अब तक भारत पर कोई विशेष कार्रवाई नहीं हुई है और दोनों पक्षों ने व्यापार एवं आर्थिक संबंधों को मजबूत करने पर सहमति व्यक्त की है।
- भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हालिया अमेरिका यात्रा से इस मुद्दे पर व्यापक चर्चा की संभावना है।
- अमेरिका के साथ भारत संभावित मिनी ट्रेड डील या मुक्त व्यापार समझौते या उसके बाहर किसी व्यवस्था के तहत शुल्कों से छूट के लिए वार्ता करने की कोशिश कर सकता है।
- भारत को उम्मीद है कि अमेरिका एक मुक्त व्यापार समझौते या मिनी ट्रेड डील पर बातचीत करने के लिए सहमत होगा, जिससे दोनों पक्षों को लाभ मिल सके।
- हालाँकि, इसे लेकर अभी स्पष्टता का अभाव है।