New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 20 Jan, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 5 Jan, 10:30 AM Call Our Course Coordinator: 9555124124 GS Foundation (P+M) - Delhi: 20 Jan, 11:30 AM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 5 Jan, 10:30 AM Call Our Course Coordinator: 9555124124

यूट्रीकुलेरिया

राजस्थान के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में एक दुर्लभ कीटभक्षी पौधा ‘यूट्रीकुलेरिया’ को (Utricularia) बड़ी संख्या में पाया गया है। 

यूट्रीकुलेरिया के बारे में 

  • क्या है : कीटभक्षी या मांसभक्षी पौधों (Carnivorous Plants) की एक प्रजाति 
  • महत्त्व : छोटे-छोटे कीड़ों का शिकार करके पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण 
    • इससे क्षेत्र में जैव विविधता को बढ़ावा भी मिलता है।
  • अन्य नाम : ब्लैडरवॉर्ट्स (Bladderworts) 
  • कुल (Family) : लेंटिबुलरियासी (Lentibulariaceae)
  • विस्तार : अंटार्कटिका को छोड़कर लगभग प्रत्येक महाद्वीप पर स्थलीय एवं जलीय पारितंत्रों में 
  • खेती : इसके फूलों के लिए 
    • इसके फूल स्नेपड्रैगन एवं ऑर्किड के फूलों की तरह दिखते हैं।

प्रमुख विशेषताएँ 

  • ये पौधे ब्लैडर जाल (Bladder Traps) के माध्यम से छोटे जीवों प्रोटोजोआ, कीड़े, लार्वा, मच्छर आदि को पकड़ते हैं।
  • इनकी स्थलीय प्रजातियों में छोटे-छोटे जाल होते हैं जो जल-संतृप्त मिट्टी में तैरने वाले प्रोटोजोआ एवं रोटिफर्स जैसे सूक्ष्म जीवों का शिकार करते हैं।
  • जलीय प्रजातियों में जाल आमतौर पर बड़े होते हैं जिससे वे अधिक बड़े कीटों, जैसे-पिस्सू (डैफ़निया), नेमाटोड एवं युवा टैडपोल को भी खा सकते हैं।
  • ये असामान्य एवं अत्यधिक विशिष्ट पौधे होते हैं जो जड़ों, पत्तियों व तनों में स्पष्ट रूप से विभाजित नहीं होते हैं। 
    • ब्लैडर जाल को पौधे में सबसे परिष्कृत संरचनाओं में से एक माना जाता है। 
    • सामान्यतः यह पौधा मेघालय एवं दार्जिलिंग जैसे क्षेत्रों में पाया जाता है। 

केवलादेव घाना राष्ट्रीय उद्यान

  • अवस्थिति : भरतपुर (राजस्थान)
  • पक्षी अभयारण्य : वर्ष 1976 
  • रामसर स्थल : वर्ष 1981
  • राष्ट्रीय उद्यान : वर्ष 1982
  • विश्व धरोहर स्थल : यूनेस्को द्वारा वर्ष 1985 में सूचीबद्ध 
  • नदियाँ : गंभीर एवं बाणगंगा 
  • अन्य प्रमुख बिंदु : बेसकिंग पाइथन, पेंटेड स्टॉर्क, हिरण, नीलगाय जैसे विभिन्न जानवरों और पक्षियों की 370 से अधिक प्रजातियों का आवासस्थल   
    • दुर्लभ साइबेरियन क्रेन का महत्वपूर्ण प्रजनन स्थल 
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR