प्रारम्भिक परीक्षा –उत्तर प्रदेश का पहला ग्लास स्काई वाक ब्रिज मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3 (पर्यटन) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के तुलसी जल प्रपात में प्रदेश का पहला “ग्लास स्काई वाक ब्रिज” बनाया गया।
प्रमुख बिंदु :-
- इस ब्रिज का निर्माण वन और पर्यटक विभाग ने करवाया है।
- इसे गाजीपुर की पवन सुत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने बनाया है।
ग्लास स्काई वाक ब्रिज :-
- इस ब्रिज को भगवान राम के धनुष और बाण के आकार का बनाया गया है।
- धनुष और बाण के आकार में बने ब्रिज में खाई की ओर बाण (इसकी लंबाई 25 मीटर) है, जबकि दोनों पिलर के बीच धनुष (इसकी चौड़ाई 35 मीटर) है।
- इस ब्रिज की भार क्षमता प्रति वर्ग मीटर में 500 किलोग्राम है।
- इसे सबसे खूबसूरत ईको टूरिज्म केंद्र के रूप में बनाया गया है।
- इस ब्रिज के पास एक राक एवं हर्बल गार्डन भी बनाए गए हैं।
तुलसी जल प्रपात:-
- यह जल प्रपात उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में स्थित है।
- इस जल प्रपात का पहले नाम शबरी था।
- उत्तर प्रदेश का चित्रकूट प्रभु श्रीराम की तपोभूमि के साथ राजापुर में गोस्वामी तुलसीदास का जन्म स्थान होने के कारण वर्ष 2023 उत्तर प्रदेश सरकार ने इसका नाम बदलकर तुलसी जल प्रपात कर दिया गया।
- इस जल प्रपात में पानी की तीन धाराएं चट्टानों से गिरती हैं।
- ये लगभग 40 फीट की ऊंचाई पर एक वाइड वाटर बेड अर्थात जल शैया में गिरकर जंगल में लुप्त हो जाती हैं।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :- हाल ही में उत्तर प्रदेश का पहला “ग्लास स्काई वाक ब्रिज” किस जल प्रपात पर बनाया गया है?
(a) टांडा
(b) सिरसी
(c) मुक्खा
(d) तुलसी जल
उत्तर (d)
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