प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी
चर्चा में क्यों-
- 29 नवंबर,2023 को भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी माथौ ने बेंगलुरु में वी. आर.ललितंबिका को फ्रांस और भारत के बीच अंतरिक्ष सहयोग में उनकी भागीदारी के लिए शीर्ष फ्रांसीसी नागरिक सम्मान शेवेलियर ऑफ द लीजियन डी'ऑनर से सम्मानित किया।
मुख्य बिंदु-
- इसरो के पूर्व अध्यक्ष ए. एस. किरण कुमार के बाद ललितंबिका फ्रांस के लीजन डी'ऑनर से सम्मानित होने वाली इसरो की दूसरी वैज्ञानिक हैं ।
- ए. एस. किरण कुमार को यह सम्मान वर्ष,2019 में दिया गया था।
- ललितंबिका इसरो में मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम की निदेशक थीं।
- ललितंबिका को फ्रांस द्वारा वर्ष,2018 में मानव अंतरिक्ष उड़ान पर फ्रांसीसी राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी CNES और इसरो के बीच सहयोग के लिए पहले संयुक्त समझौते पर हस्ताक्षर करने में उनकी भूमिका के लिए जाना जाता है।
- इसके पश्चात दोनों एजेंसियां अंतरिक्ष चिकित्सा के क्षेत्र में कार्य करने पर सहमत हुईं।
- ललितंबिका को वर्ष,2021 में एक और भारत-फ्रांसीसी समझौते के समन्वय का श्रेय दिया जाता है, जिसके तहत CNES माइक्रोग्रैविटी के विकास के लिए CADMOS केंद्र फ्रांस में मानव अंतरिक्ष उड़ानों के लिए भारत के उड़ान चिकित्सकों (flight physicians) और CAPCOM मिशन नियंत्रण टीमों को प्रशिक्षित करेगा।
वी. आर. ललितंबिका-
- ललिताम्बिका 1988 में इसरो के विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में एक लॉन्च वाहन ऑटोपायलट डिज़ाइन इंजीनियर के रूप में शामिल हुईं।
- वह 2018 में इसरो में मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम निदेशालय की पहली निदेशक थीं।
- बंगलुरु में स्थित इसरो मुख्यालय में जाने से पहले वह VSSC, तिरुवनंतपुरम में उप निदेशक (नियंत्रण, मार्गदर्शन और सिमुलेशन) थीं।
- उन्होंने भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के निदेशक के रूप में गगनयान मिशन का नेतृत्व किया, जिसका उद्देश्य 2022 तक भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजना था।
- ललिताम्बिका ने मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान को आगे बढ़ाने और मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र की स्थापना के लिए सफल प्रयास किया।
- ललिताम्बिका के प्रमुख योगदानों में क्रू चयन मानदंड विकसित करना, प्रशिक्षण पाठ्यक्रम और भारतीय अंतरिक्ष यात्री प्रशिक्षुओं के चयन को सक्षम करना शामिल है।
- उन्होंने पीएसएलवी, जीएसएलवी, जीएसएलवी एमके III और बाद में ऑटोपायलट को डिजाइन किया है।
- इसरो के सभी आरोहण और पुनः प्रवेश मिशनों के लिए मार्गदर्शन और ऑटोपायलट सिस्टम, उड़ान सॉफ्टवेयर तथा नेविगेशन के सत्यापन, मार्गदर्शन एवं नियंत्रण प्रणालियों को विकसित करने में टीम का नेतृत्व किया है।
- ललिताम्बिका को स्पेस गोल्ड मेडल (2001), इसरो व्यक्तिगत योग्यता पुरस्कार और इसरो प्रदर्शन उत्कृष्टता पुरस्कार (2013) से सम्मानित किया जा चुका है।
- उन्होंने प्रक्षेपण यान प्रौद्योगिकी में उत्कृष्टता के लिए एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया पुरस्कार भी जीता है।
लीजियन डी'ऑनूर (लीजन ऑफ ऑनर)-
- यह फ्रांस द्वारा उत्कृष्ट सेवा के लिए फ्रांसीसी गणराज्य की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।
- फ्रांस की नागरिकता के बाहर के लोगों को भी इसे दिया जाता है।
- इसकी स्थापना 1802 में नेपोलियन बोनापार्ट ने की थी।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-
प्रश्न- हाल ही में चर्चा में रही वी. आर. ललितंबिका के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- वह इसरो में मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम निदेशालय की पहली निदेशक थीं।
- वह इसरो की पहली महिला चेयरमैन थीं।
- हाल ही में उन्हें यूनेस्को द्वारा महिलओं को दी जाने वाली एल, ओरियल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) केवल 3
उत्तर- (a)
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