प्रारंभिक परीक्षा – वज्र मुष्टि कलगा (Vajra Mushti Kalaga) मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-1 |
संदर्भ
‘वज्र मुष्टि कलागा’ पारंपरिक कुश्ती से अलग कुश्ती का ही एक रूप है। इसमें दो जेटी एक-दूसरे के सिर पर नक्कलडस्टर से वार करते हैं,जो भी पहले अपने प्रतिद्वंद्वी के सिर से खून निकालता है उसे विजेता घोषित किया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- यह एक भारतीय मार्शल आर्ट है जिसमें कुश्ती और प्रहार जैसी हाथ से लड़ने की विभिन्न तकनीकें शामिल हैं।
- वज्र मुष्टि, जिसका शाब्दिक अर्थ है वज्र मुट्ठी, एक छोटे धातु का हथियार नक्कलडस्टर का उपयोग किया जाता है।
- नक्कलडस्टर (knuckleduster), जिसे वज्र मुष्टि के नाम से भी जाना जाता है, आमतौर पर जानवरों के सींगों से बना होता है।
- इस भारतीय मार्शल आर्ट का मुख्य उद्देश्य प्रतिद्वंद्वी को बेअसर करना और उसके हथियार का मुकाबला करना है।
- वज्र मुष्टि कलागा में लड़ाई वास्तविक होती है।
- दो प्रतिभागियों, जिन्हें जेट्टी कहा जाता है, का उद्देश्य नक्कलडस्टर का उपयोग करके एक-दूसरे के सिर से खून निकालना है। इसमें रेफरी रक्त की पहली बूंद को देखकर लड़ाई रोक देता है।
- कुश्ती का यह रूप विजयनगर शासकों के काल में लोकप्रिय था, जिन्होंने 14वीं और 17वीं शताब्दी के बीच शासन किया था।
- यह परंपरा 1610 में वाडियार राजवंश (मैसूर साम्राज्य) से चली आ रही है।
- अब यह केवल दशहरा के अवसर पर ही आयोजित होता है।
- वज्र मुष्टि कलागा का पहला साहित्यिक उल्लेख चालुक्य राजा सोमेश्वर तृतीय (1124-1138) के ‘मानसोल्लास’ से मिलता है।
- ज्येष्ठी मल्ल या ज्येष्ठी कबीले के लड़ाके आज भी इस कला का अभ्यास करते हैं।
- ये कबीले गुजरात, मैसूर, हैदराबाद और राजस्थान में रहते हैं।
- फ़र्नाओ नुनिज़ (1535-37) जैसे मध्यकालीन पुर्तगाली यात्रियों ने विजयनगर साम्राज्य में नवरात्रि उत्सव के दौरान इस कुश्ती का वर्णन किया है।
विजयनगर साम्राज्य
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ई. में हरिहर और बुक्का द्वारा की गई थी।
- इसकी राजधानी विजयनगर के नाम पर रखा गया था, जिसका अर्थ ‘विजय का शहर’ है। इस शहर के खंडहर आधुनिक हम्पी में स्थित हैं।
- साम्राज्य पर क्रमिक रूप से चार महत्वपूर्ण राजवंशों संगम वंश (1336-1485 ई), सालुव वंश (1485-1505),तुलुव वंश (1505-1570) और अरविदु वंश (1570-1649) का शासन था।
- कृष्णदेवराय को विजयनगर साम्राज्य का महान सम्राट माना जाता है।
- हिंदू साम्राज्य होने के बावजूद यह धार्मिक सहिष्णुता के लिए जाना जाता था।
- इस साम्राज्य में तेलुगू, कन्नड़ और संस्कृत साहित्य का विकास हुआ।
- इस साम्राज्य की वास्तुकला में एक विशिष्ट शैली थी जिसे विजयनगर वास्तुकला शैली के नाम से जाना जाता है। इसमें हम्पी के प्रतिष्ठित गोपुरम और स्तंभ प्रमुख हैं।
- साम्राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः कृषि पर आधारित थी। लेकिन व्यापार भी महत्वपूर्ण था। वे अरब जगत और पुर्तगाली व्यापारियों के साथ मसालों, वस्त्रों और खनिजों का व्यापार करते थे।
- विजयनगर साम्राज्य में एक सुव्यवस्थित सैन्य संरचना थी, जिसमें पैदल सेना, तीरंदाज, घुड़सवार सेना और हाथी राज्य की सेना में थे।
- 1565 ई. में तालीकोटा की लड़ाई में विनाशकारी हार के बाद विजयनगर साम्राज्य का पतन शुरू हो गया।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- ‘वज्र मुष्टि कलागा’ पारंपरिक कुश्ती से अलग कुश्ती का ही एक रूप है।
- विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1346 ई. में हरिहर और बुक्का द्वारा की गई थी।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल कथन 1
(b) केवल कथन 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1, न ही 2
उत्तर: (a)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : वज्र मुष्टि कलागा क्या है ? पारंपरिक खेलों के भारतीय संस्कृति से लुप्त होने के कारणों की चर्चा कीजिए।
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स्रोत: the hindu