वीर बाल दिवस और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार
चर्चा में क्यों ?
महिला एवं बाल मंत्रालय द्वारा 26 दिसंबर,2024 को वीर बाल दिवस मनाया गया।
यह नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया गया
इस अवसर पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किए गए
इस बार 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।
इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं।
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु इन बच्चों को पुरस्कार प्रदान करेंगी।
प्रत्येक विजेता को पदक, प्रमाण पत्र और प्रशस्ति पत्र पुस्तिका दिए जाएंगे।
बाल दिवस
वीर बाल दिवस गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबज़ादे, जोरावर सिंह जी और फतेह सिंह जी के बलिदान को याद करने के लिए मनाया जाता है।
इन दोनों साहिबज़ादों ने मुगल शासक औरंगज़ेब के अत्याचारों का सामना करते हुए धर्म के लिए अपने प्राणों का त्याग कर दिया था।
क्यों 26 दिसंबर को मनाया जाता है?
26 दिसंबर, 1704 को ही इन दो साहिबज़ादों को दीवार में चिनवा दिया गया था।
इसीलिए इस दिन को वीर बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार क्या है?
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत सरकार द्वारा बच्चों को उनके विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाने वाला एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है।
यह पुरस्कार बच्चों को प्रेरित करने और उनके उत्कृष्ट कार्यों को पहचानने के लिए दिया जाता है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार को भारत सरकार असाधारण उपलब्धियों के लिए 7 श्रेणियों में प्रदान करती है।
इनमे शामिल है-
कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सामाजिक सेवा, खेल और पर्यावरण