हाल ही में, रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) और भारतीय नौसेना ने ओडिशा में चांदीपुर में सतह से हवा में मार करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल (वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
- निर्माण : इसका निर्माण डी.आर.डी.ओ. और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा किया गया है। मिसाइल का वजन लगभग 154 किलोग्राम तथा लम्बाई 12.6 फीट है।
- तकनीक : यह मिसाइल पूर्णतः स्वदेशी तकनीक से निर्मित है।
- नाम : नौसेना के जंगी जहाज में इसे वर्टिकल लॉन्च सिस्टम में लगाया जाता है, इसलिए इसे वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस-टू-एयर मिसाइल भी कहते हैं।
- विशेषताएं : इसका परीक्षण एक कम-उड़ान वाले और उच्च गति वाले हवाई लक्ष्य के खिलाफ भूमि-आधारित ऊर्ध्वाधर लांचर से किया गया।
- इसकी गति, सटीकता एवं मारक क्षमता के कारण यह राडार से बच जाती है
- DRDO के अनुसार इसमें हाई-एक्सप्लोसिव प्री-फ्रैगमेंटेड वॉरहेड लगाया जाता है।
- इस मिसाइल की रेंज 25 से 30 किमी. है। यह अधिकतम 12 किमी. की ऊंचाई तक जा सकती है।
- इसकी गति बराक-1 से दोगुनी है। यह मैक 4.5 यानी 5556.6 किमी. प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ती है और 360 डिग्री में घूमकर अपने लक्ष्य को साधती है।
- इसके सफल परीक्षण के बाद भारतीय युद्धपोतों से बराक-1 मिसाइलों को हटाकर इसे लगाया जाएगा।
- बराक-1 मिसाइल का निर्माण इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज और राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स ने किया था।