चर्चा में क्यों?
भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने राष्ट्रपति भवन में दो दिवसीय विजिटर सम्मेलन 2024-25 का उद्घाटन किया।

विजिटर सम्मेलन 2024-25 के बारे में:
- राष्ट्रपति ने नवाचार, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी विकास की श्रेणियों में आठवें विजिटर पुरस्कार प्रदान किए।
- विजिटर पुरस्कार 2024-25 विजेता
- नवाचार पुरस्कार
- प्रो. सरिपेल्ला श्रीकृष्ण (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) - राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन को बढ़ावा देने हेतु क्वांटम प्रौद्योगिकी में स्वदेशी नवाचार विकसित करने के लिए।
- भौतिक विज्ञान में अनुसंधान पुरस्कार
- प्रो. अश्विनी कुमार नांगिया (हैदराबाद विश्वविद्यालय) - किफायती, उच्च जैवउपलब्धता वाली दवाओं और फार्मास्यूटिकल्स की खोज व विकास में मौलिक शोध के लिए।
- जैविक विज्ञान में अनुसंधान पुरस्कार (संयुक्त रूप से प्रदान किया गया)
- प्रो. रीना चक्रवर्ती (दिल्ली विश्वविद्यालय) – सस्टेनेबल फ्रेशवॉटर एक्वाकल्चर में शोध योगदान के लिए।
- प्रो. राज कुमार (पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय) - कैंसर हॉलमार्क की खोज और सिंथेटिक एंटीकैंसर लीड अणुओं के विकास में शोध योगदान के लिए।
- प्रौद्योगिकी विकास पुरस्कार
- डॉ. वेंकटेश्वरलू चिंताला (गति शक्ति विश्वविद्यालय) - लैंडफिल नगरपालिका मिश्रित प्लास्टिक कचरे से पेट्रोल और डीजल के व्यावसायिक पैमाने पर उत्पादन में शोध योगदान के लिए।
विजिटर सम्मेलन:
- यह एक महत्वपूर्ण वार्षिक आयोजन है।
- भारत के राष्ट्रपति, सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के विजिटर (Visitor) होते हैं।
- भारत की राष्ट्रपति 184 केंद्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों की विजिटर हैं।
- आयोजन - यह सम्मेलन राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाता है।
- उद्देश्य - उच्च शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना, अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा देना, और भारत को वैश्विक ज्ञान केंद्र के रूप में विकसित करना।
- प्रतिभागी - इसमें केंद्रीय विश्वविद्यालयों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (IITs), भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs), और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों के कुलपति, निदेशक और वरिष्ठ अधिकारी भाग लेते हैं।
- विषय-वस्तु - सम्मेलन में नई शिक्षा नीति (NEP), डिजिटल शिक्षा, अनुसंधान एवं विकास (R&D), नवाचार, और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर चर्चा होती है।