(प्रारंभिक परीक्षा : राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम)
वधावन बंदरगाह महाराष्ट्र के पालघर जिले में निर्माणाधीन बंदरगाह है यह 20 मीटर की गहराई वाला एक डीप ड्राफ्ट पोर्ट है।
योजनावधि : वर्ष 2034 में इस परियोजना के दोनों चरण पूरे हो जायेंगे।
लागत: 76,000 करोड़
निर्माण: इस बंदरगाह का निर्माण जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह प्राधिकरण (JNPA) और महाराष्ट्र मैरीटाइम बोर्ड (MMB) के संयुक्त उद्यम वधावन पोर्ट प्रोजेक्ट लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
इसमें JNPA एवं MMB की हिस्सेदारी क्रमशः 74% और 26% है।
महत्त्व
निर्माण के बाद यह दुनिया के शीर्ष 10 बंदरगाहों में शामिल हो जाएगा।
वर्तमान में देश का लगभग 25% माल ट्रांसशिप किया जाता है, और उसमें से 20% पश्चिमी क्षेत्र से आता है।
पश्चिमी समुद्र तट पर नया बंदरगाह बनने से, इस माल का 100% हिस्सा नए बंदरगाह पर आएगा। इसके अलावा, उत्तरी और पश्चिमी कार्गो के लिए रसद लागत में 25% की कमी आएगी।
इस परियोजना के तहत समुद्र में 1,448 हेक्टेयर क्षेत्र का पुनर्ग्रहण और 10.14 किमी. के अपतटीय ब्रेकवाटर और कंटेनर/कार्गो भंडारण क्षेत्रों का निर्माण शामिल है।
भारत वर्ष 2030 तक शीर्ष 10 जबकि वर्ष 2047 तक दुनिया के शीर्ष 5 जहाज निर्माण देशों में शामिल होने का लक्ष्य बना रहा है।