प्रारम्भिक परीक्षा – पर्यावरण संरक्षण मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3 |
सन्दर्भ
- वोरानी स्वदेशी समुदाय के सदस्य सोमवार को क्विटो(इक्वाडोर) में यासुनी नेशनल पार्क में तेल ड्रिलिंग को समाप्त करने के लिए आगामी जनमत संग्रह में 'हां' वोट को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
- यह समुदाय स्वदेशी लोगों और पर्यावरणविदों के साथ मिलकर इक्वाडोर के पार्क के महत्वपूर्ण ब्लॉक, समृद्ध जीवमंडल रिजर्व और अमेज़ॅन बेसिन के हिस्से में तेल के दोहन को रोकने की मांग कर रहा है।
अमेज़न वर्षावन से जुड़े अन्य तथ्य
- ब्राज़ील और अन्य अमेज़ॅन देश अवैध खनन और वनों की कटाई को रोकने और स्वदेशी लोगों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए ठोस प्रयासों का वादा करने के लिए एक साथ मिल कर कार्य कर रहे हैं, लेकिन स्पष्ट लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में अभी भी विफल रहे हैं।
- ब्राज़ील और अन्य अमेज़ॅन देश अवैध खनन, वनों की कटाई को रोकने एवं स्वदेशी लोगों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं, लेकिन स्पष्ट लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में अभी भी विफल रहे हैं।
- इस संगठन (एसीटीओ) ने "बेलेम घोषणा" पत्र जारी किया है, जिसमें इन्होंने अपनी जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करके विशाल अमेज़ॅन वर्षावन के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए देशों के बीच सहयोग का आह्वान किया था।
- इस संगठन (एसीटीओ) ने विकास बैंकों को हरित गठबंधन में धन एकत्र करके एक साथ काम करने के लिए आमंत्रित करने का आह्वान किया है जो अमेज़ॅन की अर्थव्यवस्था से जुड़े गरीब लोगों के लिए संरक्षण ,रोजगार एवं आय के अवसर प्रदान करेगा।
कौन हैं वोरानी स्वदेशी समुदाय के लोग
- यह जनजाति पेरू की सीमा के पास इक्वाडोर के क्विटो में रहती है।
- इन्हें वोरानी या हुआओरानी, वोदानी तथा वाओस भी कहा जाता है।
- ये "स्वदेशी समुदाय पूरे जंगलों को साफ़ नहीं करते हैं।" " ये कुछ पेड़ या शाखाएं काटते हैं लेकिन पूरे जंगल नहीं काटते हैं।
- जंगल और उसमें रहने वाले जीव-जंतु उनके लिए परिवार की तरह हैं।" इसलिए ये जंगल की रक्षा करना अपना दायित्व मानते हैं।
- ये जनजाति अपनी पारंपरिक जीवन शैली के अंतर्गत जंगलों से दवा, आश्रय और भोजन प्राप्त करते हैं।
हुआओरानी जनजाति चर्चा में क्यों है
- इक्वाडोर की हुआओरानी जनजाति अर्ध-खानाबदोश, बागवानी विशेषज्ञ तथा शिकारी जनजाति है।
- इनके पैतृक भूमि में अवैध खनन, वनों की कटाई और तेल की खोज ने इनके आवासीय क्षेत्र को काफी नुकसानदायक बना दिया है।
- इन जनजातियों को तेल कंपनियों के द्वारा, उनकी अपनी पैतृक भूमि से स्थानांतरित किया जा रहा है जो इनकी समस्या का मुख्य कारण है।
- बड़े पैमाने पर वन कटाई, औद्योगिक खेती और खनन जैसी निष्कर्षण प्रथाएँ स्वदेशी लोगों के अधिकारों और महत्वपूर्ण वन पारिस्थितिकी प्रणालियों दोनों को खतरे में डाल दिया है।
- स्वदेशी समुदाय केवल उस पारिस्थितिकी तंत्र के प्रबंधक बने रहने के लिए नहीं लड़ रहे हैं जिस पर उनका जीवन जीने का तरीका निर्भर करता है।
- ये जंगलों से प्राप्त आनुवंशिक संसाधनों के लाभों के उचित और न्यायसंगत बंटवारे की भी मांग कर रहे हैं जिन्हें वे अपना घर कहते हैं।
आनुवंशिक संसाधन
- आनुवंशिक संसाधन पौधों, जानवरों और सूक्ष्मजीवों की आनुवंशिक सामग्री को संदर्भित करते हैं जिनका उपयोग नई और आकर्षक दवाओं, कृषि फसलों और कॉस्मेटिक उत्पादों को विकसित करने के लिए किया जाता है।
- स्वदेशी समूह प्रभावी संरक्षण का प्रदर्शन करके, जंगलों में गश्त करके, और कभी-कभी, तेजी से लुप्त हो रहे जंगलों की रक्षा करके सरकारों और डेवलपर्स को अदालत में भी ले जा रहे हैं।
- ऐसे कार्य इक्वाडोर की नेमोंटे नेनक्विमो पिछले कुछ वर्षों से कर रहीं हैं।
नेमोंटे नेनक्विमो
- नेमोंटे नेनक्विमो ने , अपनी पैतृक भूमि और जीवन शैली की रक्षा के लिए सरकारों और शक्तिशाली निगमों से मुकाबला कर रहीं है।
- वर्ष 2019 में, यूएन 2020 चैंपियन ऑफ द अर्थ, नेनक्विमो ने एक मुकदमा दायर किया, जिसमें उसकी 500,000 एकड़ पैतृक भूमि पर संसाधन निष्कर्षण पर प्रतिबंध लगा दिया गया। उस अदालती मामले की जीत दुनिया भर के स्वदेशी समुदायों के लिए नई आशा लेकर आई है।
- जिसके लिए टाइम पत्रिका ने इन्हें 2019 में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया।
- स्वदेशी लोगों और स्थानीय समुदायों के अधिकारों को सुरक्षित करना कुनमिंग-मॉन्ट्रियल वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क की प्रमुख महत्वाकांक्षाओं में से एक है , जो 2030 तक प्रकृति पर वैश्विक कार्रवाई का मार्गदर्शन करने के लिए दिसंबर 2022 में हस्ताक्षरित एक ऐतिहासिक समझौता है।
- जंगलों और प्रकृति की रक्षा के लिए लड़ने वाले लोगों की वकालत करना भी संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (यूएनईपी) के काम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
वनों का महत्त्व
- वन स्थलीय जानवरों, पौधों और कीड़ों की प्रजातियों का घर हैं। वे स्थिर और स्वस्थ नमी और वर्षा बनाए रखते हुए, पानी का चक्रण और पुनर्चक्रण करते हैं।
- वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने , संग्रहीत करने और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को संतुलित करने में मदद करने की उनकी क्षमता के कारण वन जलवायु संकट को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- वनों की कटाई के माध्यम से, सालाना 12 मिलियन हेक्टेयर वन नष्ट हो जाते हैं, मुख्य रूप से ताड़ के तेल, गोमांस, सोया, लकड़ी, लुगदी और कागज जैसी कृषि वस्तुओं के उत्पादन के परिणामस्वरूप ऐसा होता है। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए वनों की कटाई से वस्तु उत्पादन को अलग करने/रोकने की आवश्यकता है।
- अब तक वनों की कटाई से कमोडिटी उत्पादन को अलग करने में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक टिकाऊ खेती, प्रकृति-आधारित समाधान और संरक्षण के लिए वित्तपोषण रहा है।
- यूएनईपी की स्टेट ऑफ फाइनेंस फॉर नेचर 2022 रिपोर्ट के अनुसार , प्रकृति-आधारित समाधानों के संरक्षण पर जाने वाला वित्त वर्तमान में प्रति वर्ष 154 बिलियन अमेरिकी डॉलर है।
- लेकिन यह जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और भूमि क्षरण लक्ष्यों को पूरा करने के लिए 2025 तक आवश्यक 384 बिलियन अमेरिकी डॉलर प्रति वर्ष के आधे से भी कम है।
प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से यासुनी नेशनल पार्क किस देश में स्थित है ?
(a) ब्राजील
(b) इक्वाडोर
(c) बोलीविया
(d) कोलंबिया
उत्तर : (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: वनों के विनाश से होने वाली पर्यावरणीय समस्याओं तथा उनके समाधान की व्याख्या कीजिए।
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