(प्रारम्भिक परीक्षा : सामान्य विज्ञान, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) |
केरल में वेस्ट नाइल बुखार (West Nile fever) के कुछ मामले सामने आए हैं।
वेस्ट नाइल बुखार के बारे में

- क्या है : वेस्ट नाइल वायरस से होने वाला एक संक्रमण
- प्रसार : क्यूलेक्स प्रजाति के मच्छरों के काटने से
- प्रभाव : मनुष्यों में घातक न्यूरोलॉजिकल रोग
- उद्भव : मूलत: अफ्रीका से
- पहली बार वर्ष 1937 में युगांडा में देखा गया।
- वर्तमान प्रसार : यूरोप, एशिया एवं उत्तरी अमेरिका तक
- लक्षण : अधिकांश लक्षण जापानी एन्सेफलाइटिस के समान, जैसे- तेज बुखार, सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, कोमा की स्थिति, कपकपी, ऐंठन, मांसपेशियों में कमजोरी एवं पक्षाघात।
- उपचार : एंटीबायोटिक्स के अप्रभावी होने के साथ-साथ कोई टीका या विशिष्ट दवा अनुपलब्ध किंतु आराम करने, तरल पदार्थ का सेवन करने एवं ओवर-द-काउंटर दर्द निवारक दवाएँ अनुशंसनीय।