(राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ) |
चर्चा में क्यों
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) एक “व्हेन लिस्टिड प्लेटफ़ॉर्म” शुरू करने की योजना बना रहा है, जो प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (Initial Public Offering : IPO) के लिए बोली प्रक्रिया के बंद होने के बाद शेयरों के आवंटन और स्टॉक एक्सचेंजों पर आधिकारिक सूचीबद्धता के बीच की अवधि में कंपनियों के शेयरों की ट्रेडिंग की अनुमति देगा।
प्लेटफॉर्म के बारे में
- इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य कंपनियों के शेयरों में ‘ग्रे मार्केट एक्टिविटी’ को कम करना है।
- ग्रे मार्केट का तात्पर्य स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होने से पहले ही प्रतिभूतियों की अनौपचारिक ट्रेडिंग से है।
- यह एक अनियमित बाजार है जो मांग व आपूर्ति के आधार पर कार्य करता है। इसमें निवेशक सूचीबद्ध होने से पहले ही ग्रे मार्केट में शेयरों की खरीद या बिक्री करते हैं।
प्लेटफ़ॉर्म का महत्व
- यह प्लेटफ़ॉर्म ट्रेडिंग के उन्नत मानकों द्वारा निवेशक सुरक्षा और बाजार दक्षता में सुधार करेगा।
- इससे निवेशकों को उनके शेयरों का आवंटन प्राप्त होने पर उन्हें संगठित बाजार में ही इसकी बिक्री का अवसर मिलेगा, जिससे ट्रेडिंग में विश्वसनीयता और सुरक्षा बढ़ेगी।
- इससे औपचारिक ट्रेडिंग की अनुमति देने के लिए एक आधिकारिक मंच की स्थापना होगी,जिसकी नियामक द्वारा विधिवत निगरानी की जाएगी।
- इससे ग्रे मार्केट में संभावित संदिग्ध लेनदेन की समस्या भी दूर होगी।