प्रारम्भिक परीक्षा – महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट , 2024 मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-2 (भारत और विश्व में महिलाओं से संबंधित मुद्दे) |
संदर्भ
4 मार्च 2024 को विश्व बैंक ने ‘महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट (WBL), 2024’ को जारी किया।
महिला, व्यवसाय और कानून (WBL) रिपोर्ट, 2024:-
यह महिला, व्यवसाय और कानून (WBL) रिपोर्ट का 10वाँ संस्करण है।
- यह एक वार्षिक रिपोर्ट है, जो 190 अर्थव्यवस्थाओं में महिलाओं के आर्थिक अवसर को प्रभावित करने वाले कानूनों और नियमों का विश्लेषण करता है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में महिलाओं के लिए कानूनी अधिकार अत्यधिक कम हैं।
- इस रिपोर्ट में वैश्विक कार्यबल में महिलाओं के प्रवेश को बाधित करने में आने वाली चुनौतियों का विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है।
- इसके अनुसार, महिलाओं को परिवार और समुदायों की समृद्धि में योगदान करने की क्षमता में बाधा का सामना करना पड़ता है।
महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट, 2024 को 10 कानूनी ढांचे पर मापा गया है:
- सुरक्षा
- गतिशीलता
- कार्यस्थल
- वेतन
- विवाह
- पितृत्व
- बच्चे की देखभाल
- उद्यमिता
- संपत्ति
- पेंशन।
महत्वपूर्ण संकेतक : -
- हिंसा से सुरक्षा
- बाल देखभाल सेवाओं तक पहुंच।
महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट , 2024 में भारत की स्थिति :-
- इस रिपोर्ट के अनुसार, 74.4 प्रतिशत स्कोर के साथ भारत की रैंक 113 है।
- इस रैंक में भारत की वर्ष 2023 की तुलना में मामूली सुधार हुआ है।
महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट में भारत की स्थिति
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वर्ष
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रैंक
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2024
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113
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2023
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126
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2022
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125
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2021
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122
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- रिपोर्ट के अनुसार, भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाओं के पास केवल 60 प्रतिशत कानूनी अधिकार हैं।
- यह वैश्विक औसत (64.2 प्रतिशत) से 4.2 प्रतिशत कम है।
- भारत ने अपने दक्षिण एशियाई समकक्षों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
- दक्षिण एशियाई देशों में महिलाओं को पुरुषों की तुलना में केवल 45.9 प्रतिशत कानूनी सुरक्षा प्राप्त है।
विश्व बैंक की सिफारिश :-
- भारत में समान कार्य के लिए समान वेतन को अनिवार्य किया जाए।
- महिलाओं को पुरुषों के समान कार्य करने की अनुमति दी जाए।
- महिलाओं को पुरुषों के साथ समान स्तर पर औद्योगिक नौकरियों में शामिल होने में सक्षम बनाने जैसे उपायों पर विचार किया जाए।
महिलाओं की वैश्विक स्थिति :-
- इस रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के पास कानूनी अधिकार पुरुषों द्वारा प्राप्त अधिकारों का दो-तिहाई या 64 प्रतिशत से भी कम है।
- महिलाओं की भागीदारी से वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 20 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो सकती है।
- इससे अगले दशक में वैश्विक विकास दर दोगुनी हो जाएगी।
निष्कर्ष :-
- रिपोर्ट में महिलाओं के समक्ष आने वाली चुनौतियों जैसे - वेतन और सेवानिवृत्ति की आयु में असमानताओं को रेखांकित किया गया है।
- इस रिपोर्ट में महिलाओं को कार्य सशक्त बनाने के लिए कानूनों में सुधार एवं सार्वजनिक नीतियां बनाने में तत्परता पर जोर दिया गया है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न : हाल ही में जारी विश्व बैंक की ‘महिला, व्यवसाय और कानून रिपोर्ट (WBL), 2024’ में भारत की कौन-सी रैंक है?
(a) 122 रैंक
(b) 125 रैंक
(c) 126 रैंक
(d) 113 रैंक
उत्तर (d)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : वैश्विक परिदृश्य में महिलाओं की कानूनी स्थिति की समीक्षा कीजिए।
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स्रोत : DOWN TO EARTH