हाल ही में राष्ट्रीय कौशल विकास निगम ने महिला उद्यमिता कार्यक्रम शुरू किया
इसका उद्देश्य महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है
यह कार्यक्रम ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड के साथ साझेदारी में शुरू किया गया है
यह कार्यक्रम उन विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करने के लिए बनाया गया है, जिनका सामना महिलाएं व्यवसाय शुरू करने और उसे बढ़ाने के दौरान करती हैं।
इसके तहत वित्तीय अनुदान भी प्रदान किया जायेगा तथा स्किल इंडिया डिजिटल हब पर महिला उद्यमियों के उत्पादों एवं सेवाओं को प्रदर्शित किया जायेगा
इस पहल का उद्देश्य महिलाओं को महत्वपूर्ण कौशल, ज्ञान और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करके उद्यमिता में आने वाली चुनौतियों से निपटना है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत स्किल इंडिया डिजिटल हब पर कई भाषाओं में उपलब्ध मानार्थ स्व-शिक्षण बुनियादी उद्यमिता पाठ्यक्रमों की शुरुआत के साथ की गई है।
इन पाठ्यक्रमों को पूरा करने पर, प्रतिभागियों को एक प्रमाणपत्र प्राप्त होगा
इस प्रमाणपत्र के माध्यम से उनके उद्यमशीलता कौशल और दक्षताओं को मान्यता दी जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य भारत भर में लगभग 25 लाख महिलाओं को सशक्त बनाना तथा उन्हें सफल व्यवसाय शुरू करने और विकसित करने के लिए आवश्यक कौशल, ज्ञान और संसाधन प्रदान करना है।
इस पहल का समापन एक भव्य समापन समारोह में होगा, जहां शीर्ष 50 प्रतियोगी अपने व्यावसायिक विचारों को प्रस्तुत करेंगे।
ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज नवाचार एवं उत्कृष्टता को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए 10 सबसे सफल प्रतियोगियों में से प्रत्येक को 10 लाख रुपये का वित्तीय अनुदान देगी।
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम
इसकी स्थापना 31 जुलाई, 2008 को कंपनी अधिनियम, 1956 की धारा 25 के अंतर्गत एक गैर-लाभकारी सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी के रूप में की गई थी।
यह कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
इसकी 49% शेयर पूंजी भारत सरकार के पास तथा शेष 51% शेयर पूंजी निजी क्षेत्र के पास है।
इसका उद्देश्य कौशल विकास को बढ़ावा देना है।
प्रश्न - राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की स्थापना कब हुई थी ?