(प्रारंभिक परीक्षा : रिपोर्ट एवं सूचकांक) |
चर्चा में क्यों
हाल ही में स्विस कंपनी IQAir ने अपनी 7वीं वार्षिक विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट जारी की।
रिपोर्ट के प्रमुख निष्कर्ष
- नवीनतम रिपोर्ट में विश्व के 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची ज़ारी की गई है।
- इस रिपोर्ट के अनुसार सबसे प्रदूषित 20 शहरों की सूची में सर्वाधिक शहर (13) भारत में स्थित है।
- इस सूची में पाकिस्तान के 4 शहर जबकि चीन और कजाकिस्तान के 1-1 शहर शामिल हैं।
- 20 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में एशिया से बाहर एकमात्र शहर चाड की राजधानी एन’जामेना को शामिल किया गया है।
- रिपोर्ट के अनुसार उत्तरी अमेरिका में सबसे उच्च प्रदूषण वाले शहर कैलिफोर्निया में स्थित हैं।
- आंकड़ों की अनुपलब्धता के कारण ईरान और अफगानिस्तान को इस वर्ष की रिपोर्ट में शामिल नहीं किया गया।
- नवीनतम रिपोर्ट वायु में उपस्थित सूक्ष्म कणकीय पदार्थ या PM2.5 पर आधारित है।
- मायाग्यूज़, प्यूर्टो रिको सबसे स्वच्छ महानगरीय क्षेत्र था, जिसका वार्षिक औसत PM2.5 सान्द्रण 1.1 µg/m3 था।
- वैश्विक शहरों में से केवल सात देश डब्ल्यू.एच.ओ. वार्षिक औसत PM2.5 दिशानिर्देश 5 µg/m3 को पूरा करते हैं :
- ऑस्ट्रेलिया
- बहामास
- बारबाडोस
- एस्टोनिया
- ग्रेनेडा
- आइसलैंड
- न्यूजीलैंड
- अमेज़ॅन वर्षावन में लगी आग ने 2024 में लैटिन अमेरिका के विशाल क्षेत्रों को प्रभावित किया।
- ओशिनिया दुनिया का सबसे स्वच्छ क्षेत्र है, जहाँ 57% क्षेत्रीय शहर डब्ल्यू.एच.ओ. PM2.5 वार्षिक दिशानिर्देश मान 5 µg/m3 को पूरा करते हैं।
वैश्विक स्तर पर 5 सबसे प्रदूषित देश
- चाड
- बांग्लादेश
- पकिस्तान
- डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ़ कांगो
- भारत

भारत के संदर्भ में
- भारत पिछले वर्ष की तुलना में तीसरे स्थान से 5वें स्थान पर आ गया है, लेकिन यहाँ वायु प्रदूषण एक प्रमुख स्वास्थ्य बोझ बना हुआ है।
- इसके परिणामस्वरुप अनुमानित 5.2 वर्षों तक जीवन प्रत्याशा कम हो रही है।
- विश्व का सबसे प्रदूषित शहर मेघालय में स्थित बर्नीहाट है।
- बर्नीहाट में PM2.5 की सांद्रता 128.2 दर्ज की गई जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मानक से 25 गुना अधिक है।
- WHO के अनुसार PM2.5 का औसत वार्षिक स्तर 5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से अधिक नहीं होना चाहिए।
- राजधानी नई दिल्ली लगातार छठे साल दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी रही, जहां PM2.5 की मात्रा 91.8 रही।
- रिपोर्ट में भारत के छह सैटेलाइट शहरों - फरीदाबाद, लोनी, दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को भी शामिल किया गया है।
इसे भी जाने
- PM2.5 जीवाश्म ईंधन के दहन, धूल के तूफान और जंगल की आग जैसे स्रोतों से उत्सर्जित होते हैं।
- आकार में अत्यंत छोटे होने के कारण ये मानव शरीर की सामान्य सुरक्षा को पार करके फेफड़ों या रक्तप्रवाह में जा सकते हैं।
- ये कण जलन और सूजन का कारण बनते हैं और श्वसन संबंधी समस्याओं तथा क्रोनिक किडनी रोग से जुड़े होते हैं।
- इसके संपर्क में आने से अवसाद और चिंता का जोखिम अधिक होने के साथ ही कैंसर, स्ट्रोक या दिल का दौरा पड़ने की संभावना में वृद्धि होती है।
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