प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी, विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट, PM 2.5, WHO के वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-3 (पर्यावरण प्रदूषण) |
सन्दर्भ:
हाल ही में स्विस संगठन IQAir द्वारा विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 जारी की गई है।
विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2023 के आंकड़े:
- विश्व के 100 सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में 83 शहर भारत के हैं।
- वार्षिक PM2.5 सांद्रता के आधार पर भारत सबसे प्रदूषित देशों में तीसरे स्थान पर है
- बांग्लादेश पहले स्थान पर (79.9 µg/m3)
- पाकिस्तान दूसरे स्थान पर (73.7 µg/m3)
- वर्ष 2023 में भारत की औसत PM2.5 सांद्रता- 54.4 µg/m3 रही।
- वर्ष 2022 में, 53.3 µg/m3 थी (8वां सबसे प्रदूषित देश)
- बेगुसराय वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित शहर के रूप में सामने आया
- वर्ष 2023 में औसत PM2.5 सांद्रता - 118.9 µg/m3
- दिल्ली वर्ष 2018 से लगातार चौथी बार विश्व की सबसे प्रदूषित राजधानी है
- वर्ष 2023 में औसत PM2.5 सांद्रता- 102.1 µg/m3
- वर्ष 2022 में औसत PM2.5 सांद्रता- 92.6 µg/m3
रिपोर्ट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी:
- वर्ष 2023 की विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट में 134 देश शामिल हैं
- वर्ष 2022 में 131 देश शामिल थे
- वायु प्रदूषण मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय खतरा है
- विश्व में हर 9 मौतों में से 1 मौत वायु प्रदूषण के चलते होने का अनुमान है
- (WHO के अनुसार, वायु प्रदूषण प्रति वर्ष विश्व भर में अनुमानित 7 मिलियन असामयिक मौतों के लिए जिम्मेदार है)
वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ने के कारण:
- वाहनों का धुआं
- शहरीकरण और निर्माण गतिविधियों का धूल
- कोयला और कचरा जलाने से निकलने वाला धुआं
- कूड़े-कचरे एवं कृषि खर पतवार का जलाना
- सर्दी से बचने और ईंधन के रूप में जीवाश्म ईंधन जलाना; आदि
पार्टिकुलेट मैटर(PM)
- हवा में निलंबित सूक्ष्म या नैनो-कण होते हैं।
- ये अस्थिर, अर्ध-वाष्पशील, गैर-वाष्पशील, तरल या ठोस हो सकते हैं।
- ये कण श्वसन के माध्यम से हमारे फेफड़ों में प्रवेश करने की क्षमता रखते हैं और फिर रक्तप्रवाह में प्रवेश कर जाते हैं।
- PM का आंकड़ा जितना कम होगा, हवा में मौजूद कण उतने ही छोटे होते हैं।
- PM का कम आंकड़ा अधिक आंकड़े से ज्यादा घातक माना जाता है।
- छोटे आकार के कारण यह फेफड़ों में गहराई से खींचा जा सकता है।
PM 2.5 के बारे में
- हवा मे मौजूद कण इतने छोटे होते हैं कि आप नग्न आंखों से भी नहीं देख सकते हैं।
- कुछ को केवल इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप का उपयोग करके देखा जा सकता है
- इसका व्यास 2.5 माइक्रोमीटर से कम होता है।
- मानव बाल के व्यास के लगभग 3% है।
WHO के वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश:
नोट:
- WHO के वायु गुणवत्ता दिशानिर्देश (AQGs), 2021 के अनुसार, औसत वार्षिक PM2.5 सांद्रता 5 µg/m³ होनी चाहिए।
- भारत का अपना औसत वार्षिक PM2.5 सांद्रता आदर्श मानक 40 µg/m³ है।
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प्रश्न:- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट स्विस संगठन IQAir द्वारा जारी की जाती है।
- विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट, 2023 में बेगुसराय विश्व का सबसे प्रदूषित शहर रहा।
- WHO के हालिया वायु गुणवत्ता दिशानिर्देशों के अनुसार, औसत वार्षिक PM2.5 सांद्रता 15 µg/m³ होनी चाहिए।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई नहीं
उत्तर- (b)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न: भारत में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है, इसकी वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करते हुए कारणों का उल्लेख कीजिए।
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