प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न –कपास मुख्य परीक्षा प्रश्न - सामान्य अध्ययन पेपर-1 और 3 |
संदर्भ
- विश्व कपास दिवस, प्रत्येक वर्ष 7 अक्टूबर को मनाया जाता है।
प्रमुख बिंदु
- यह दिवस विशेष रूप से कम विकसित देशों में रोजगार पैदा करने और अर्थव्यवस्थाओं का समर्थन करने में कपास के महत्व के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
- कपास दुनिया भर के कई देशों में उगाई जाने वाली एक मूल्यवान फसल है ।
- विश्व कपास दिवस की पहल 7 अक्टूबर, 2019 को WTO के द्वारा की गई थी ।
- इस दिवस को मनाने का प्रस्ताव उप-सहारा अफ्रीका में चार कपास उत्पादक देशों (बेनिन, बुर्किना फासो, चाड और माली ,जिन्हें कॉटन फोर के नाम से जाना जाता है) ने विश्व व्यापार संगठन(WTO) को दिया था।
- विश्व कपास दिवस को मनाने में WTO का सहयोग व्यापार और विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (अंकटाड), अंतर्राष्ट्रीय कपास सलाहकार समिति और संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) जैसे संगठन करते हैं।
विश्व कपास दिवस 2023 का महत्व
- गरीबी उन्मूलन: कपास उत्पादन आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे पिछड़े क्षेत्र में रहने वाले गरीबों को रोजगार मिलता है जो गरीबी उन्मूलन के लिए महत्वपूण है।
- पर्यावरण मित्रता: कपास बायोडिग्रेडेबल है, जो प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और स्वच्छ पर्यावरण को बढ़ावा देने में सहायता करता है।
- कपास की दोहरी उपयोगिता: कपास अद्वितीय है क्योंकि यह कपड़ा फाइबर और खाद्य उत्पादन दोनों प्रदान करता है, जो हमारे दैनिक जीवन में इसकी बहुमुखी प्रतिभा और आवश्यक भूमिका को दर्शाता है।
- शुष्क जलवायु उपयुक्तता: कपास शुष्क क्षेत्रों में पनपता है, जिससे यह पानी की कमी का सामना करने वाले क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण फसल है।
- विश्व कपास दिवस 2023 का थीम, कपास को खेत से लेकर फैशन तक सभी के लिए उचित और टिकाऊ बनाना (Making cotton fair and sustainable for all, from farm to fashion) यह थीम संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन (यूनिडो) द्वारा समर्थित है।
- उद्देश्य : इस विषय का उद्देश्य हितधारकों को एकजुट करना और आर्थिक विकास, कृषि विकास, व्यापार और गरीबी में कमी में कपास क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
- यह निरंतर आर्थिक विकास, समावेशी औद्योगिक विकास और कपास उद्योग के भीतर सभी के लिए अच्छे काम के अवसरों के निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
कपास
- भारत को कपास के पौधे का मूल स्थान माना जाता है।
- सूती कपड़ा उद्योग में कपास एक मुख्य कच्चा उत्पाद है।
- कपास उत्पादन में भारत का विश्व में तृतीय स्थान पर है।
- दक्कन पठार के शुष्कतर भागों में काली मिट्टी कपास उत्पादन के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
- यह एक खरीफ की फसल है तथा इसे पककर तैयार होने में 6 से 8 महीने लगते हैं।
- कपास की कृषि के लिए उच्च तापमान, हल्की वर्षा 200 से 210 पाला रहित दिन और तेज़ चमकीली धूप की आवश्यकता होती है।
- इसकी कृषि के लिए काली और जलोढ़ मृदा सर्वोत्तम हैं।
- महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाणा, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश कपास के मुख्य उत्पादक राज्य हैं।
- भारत, पाकिस्तान, ब्राजील और मिस्र या उप-सहारा अफ्रीका क्षेत्र कपास के अग्रणी उत्पादक देश हैं।
- कपास को सफ़ेद सोना या सफ़ेद रेशेदार फसल भी कहा जाता है।
- कपास के उत्पाद का प्रयोग फाइबर/रेशे , तेल और पशु चारा के रूप में किया जाता है ।
- कपास की चार प्रजातियाँ इस प्रकार हैं - गॉसिपियम अर्बोरियम, जी. हर्बेसम, जी. हिरसुटम एवं जी.बारबडेंस।
- गॉसिपियम आर्बोरियम और जी. हर्बेसम को ‘ओल्ड-वर्ल्ड कॉटन’ या ‘एशियाटिक कॉटन’ के रूप में जाना जाता है।
- जी. हिरसुटम को ‘अमेरिकन कॉटन’ या ‘अपलैंड कॉटन’ और जी. बारबडेंस को ‘इजिप्शियन कॉटन’ के रूप में भी जाना जाता है। ये दोनों नई वैश्विक कपास प्रजातियाँ हैं।
- हाइब्रिड कॉटन: यह विभिन्न आनुवंशिक विशेषताओं वाले दो मूल पौधों के संक्रमण द्वारा बनाया गया कपास है।
- कपास एवं जूट रेशेदार फसल हैं।
- जूट जूट को सुनहरा/गोल्डन रेशा कहा जाता है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न: विश्व कपास दिवस के संदर्भ में ,निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
- विश्व कपास दिवस की पहल 7 अक्टूबर, 2019 को WTO के द्वारा की गई थी ।
- विश्व कपास दिवस 2023 का थीम, कपास को खेत से लेकर फैशन तक सभी के लिए उचित और टिकाऊ बनाना है।
- विश्व कपास दिवस का उद्देश्य हितधारकों को एकजुट करना और आर्थिक विकास, कृषि विकास, व्यापार और गरीबी में कमी में कपास क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही है?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर:(c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: बदलते जलवायु परिवर्तन में कपास की कृषि के महत्त्व पर प्रकाश डालें ?
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