कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस – 28 अप्रैल (day)
चर्चा में क्यों?
28 अप्रैल को "कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस" मनाया जाता है।
यह दिवस अंतर्राष्ट्रीय श्रमिकों के लिए सुरक्षित, स्वस्थ और गरिमामय कार्य वातावरण को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य कार्यस्थल पर दुर्घटनाओं, बीमारियों और मृत्यु को रोकना है।
यह दिवस श्रमिकों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को एक मौलिक अधिकार मानता है।
वर्ष 2025 की थीम:स्वास्थ्य और सुरक्षा में क्रांतिकारी बदलाव: काम पर एआई और डिजिटलीकरण की भूमिका
पृष्ठभूमि:
यह दिवस अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा 2003 में प्रारंभ किया गया।
ILO की स्थापना 1919 में हुई थी और यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है।
भारत में प्रासंगिकता:
भारत में कई क्षेत्र (जैसे निर्माण, खनन, कारखाने, कृषि) श्रमिकों के लिए खतरनाक माने जाते हैं।
Factory Act, 1948, BOCW Act, 1996, और Occupational Safety, Health and Working Conditions Code, 2020 जैसे कानून कार्यस्थल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं।
2020 का Occupational Safety Code 13 पुराने श्रम कानूनों को एकजुट करता है।
चुनौतियाँ:
असंगठित क्षेत्र में सुरक्षा मानकों की कमी
पर्याप्त प्रशिक्षण और सुरक्षा उपकरणों का अभाव
कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा उपायों की कमी
रिपोर्टिंग और डेटा संग्रहण में पारदर्शिता की कमी
समाधान व सुझाव:
कर्मचारियों को नियमित सुरक्षा प्रशिक्षण देना
सुरक्षा गियर (PPE) की अनिवार्यता
नियोजन स्तर पर जोखिम मूल्यांकन और प्रबंधन
डिजिटल तकनीक के माध्यम से निगरानी और त्वरित रिपोर्टिंग
श्रमिकों की भागीदारी को बढ़ाना और शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करना
प्रश्न: "कार्यस्थल पर सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए विश्व दिवस" कब मनाया जाता है?