प्रत्येक वर्ष अक्तूबर के पहले सोमवार को ‘विश्व पर्यावास दिवस’ मनाया जाता है। इस वर्ष इसका आयोजन सात अक्तूबर को किया जा रहा है।
विश्व पर्यावास दिवस के बारे में
- यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित एक वैश्विक पहल है, जिसका उद्देश्य आश्रय के महत्व पर प्रकाश डालना और कस्बों व शहरों की स्थिति के बारे में विचार करना है।
- यह दिवस दुनिया भर के कई देशों में तेजी से बढ़ते शहरीकरण और पर्यावरण तथा लोगों की गरीबी पर इसके प्रभाव व समस्याओं से निपटने के लिए मनाया जाता है।
- इसे सबसे पहले वर्ष 1986 में मनाया गया था।
- थीम : इस साल की थीम ‘बेहतर शहरी भविष्य बनाने के लिए युवाओं को शामिल करना’ ("Engaging youth to create a better urban future") है, यह तेजी से बढ़ते शहरी विकास के साथ आने वाले मुद्दों और संभावनाओं पर आधारित है।
- इसका लक्ष्य युवा पीढ़ी को आज और भविष्य में अपने पर्यावरण की योजना बनाने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करना है।
- महत्व : यह बढ़ते शहरीकरण के मद्देनजर पर्यावरण संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी योगदान देता है।
- इसके आलावा यह दिवस लोगों, समुदायों और सरकारों को आवास की स्थिति में सुधार, पड़ोस को सुरक्षित बनाने और सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
- इस दिन संयुक्त राष्ट्र द्वारा हैबिटेट स्क्रॉल ऑफ ऑनर पुरस्कार दिया जाता है, जिसे 1989 में शुरू किया गया था।
- संयुक्त राष्ट्र के अनुसार वर्ष 2050 तक दुनिया की लगभग 70 प्रतिशत आबादी शहरों में रहेगी, जो समावेशी शहरी नियोजन और सतत विकास की तत्काल जरूरत को दर्शाता है।
स्क्रॉल ऑफ ऑनर अवार्ड- 2024
इसे संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी यूएन-हैबिटेट, द्वारा प्रदान किया जाता है। इसका उद्देश्य उन पहलों को मान्यता देना है, जिन्होंने किफायती और सुलभ आवास प्रदान करने के साथ बेघरों की समस्याओं को सामने लाना, संघर्ष के बाद पुनर्निर्माण में नेतृत्व तथा लोगों की बस्तियों व शहरी जीवन की गुणवत्ता को सुधारना जैसे विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान दिया है।