- डॉ. सैमुअल हैनीमैन की जयंती के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है।
- इस दिवस को पहली बार वर्ष 2005 में मनाया गया था।
- इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को होम्योपैथी के बारे में जागरुक करना है।
- विश्व होम्योपैथी दिवस 2024 की थीम, "होम्योपरिवार: एक स्वास्थ्य, एक परिवार" (Homeoparivar: One Health, One Family) है
होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति
- डॉ. सैमुअल हैनीमैन एक जर्मन चिकित्सक थे।
- इन्हें होम्योपैथी का संस्थापक भी कहा जाता है।
- होम्योपैथिक चिकित्सा के अनुसार शरीर में खुद को ठीक करने की क्षमता होती है
- होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के सिद्धांत के रूप में होम्योपैथिक दवाएं शरीर की अपने आप ठीक होने की क्षमता को बढ़ा देती है।
- इसमें बीमारी के लक्षणों को शरीर द्वारा फिर से स्वस्थ होने के लिए की गई प्रतिक्रिया समझा जाता है
- होम्योपैथी में मरीज की जीवनशैली में सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है
- इस पद्धति को बिना कोई साइड इफेक्ट वाला उपचार माना जाता है।