चर्चा में क्यों?
- विश्व मलेरिया दिवस हर वर्ष 25 अप्रैल को मनाया जाता है।
- इसका उद्देश्य मलेरिया जैसी घातक बीमारी के प्रति वैश्विक जागरूकता बढ़ाना, इसके नियंत्रण और उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों को रेखांकित करना और इसके खिलाफ संयुक्त वैश्विक कार्रवाई को बढ़ावा देना है।

विश्व मलेरिया दिवस के महत्वपूर्ण बिंदु:
विषय
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विवरण
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तिथि
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25 अप्रैल
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प्रारंभ
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वर्ष 2008 से
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प्रस्ताव
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WHO द्वारा 2007 में विश्व स्वास्थ्य सभा में
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उद्देश्य
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मलेरिया उन्मूलन के वैश्विक प्रयासों को बढ़ावा देना
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2025 की थीम (Theme for 2025): Malaria Ends With Us: Reinvest, Reimagine, Reignite (मलेरिया का अंत हमारे साथ: पुनर्निवेश, पुनर्कल्पना, पुनर्जागृति)
मलेरिया क्या है?
- मलेरिया एक परजीवीजनित रोग है, जो प्लास्मोडियम नामक परजीवी से होता है।
- यह मच्छर (एनोफिलीज़ मादा मच्छर) के काटने से फैलता है।
- भारत में प्लास्मोडियम विवैक्स और प्लास्मोडियम फैल्सीपेरम प्रमुख हैं।
लक्षण
- तेज़ बुखार और ठंड लगना
- सिरदर्द, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द
- पसीना आना, थकान
- गंभीर मामलों में अंग विफलता, मृत्यु
रोकथाम के उपाय
- मच्छरदानी का उपयोग
- जलभराव रोकना
- स्क्रीन लगे दरवाज़े और खिड़कियां
- समय पर निदान और उपचार
भारत में मलेरिया की स्थिति
- भारत ने पिछले वर्षों में मलेरिया मामलों में काफी कमी की है।
- WHO की World Malaria Report 2023 के अनुसार, भारत ने दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में सबसे अधिक प्रगति की है।
- भारत का लक्ष्य है 2030 तक मलेरिया मुक्त देश बनना।
- भारत सरकार की पहल
- राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम (NVBDCP)
- मलेरिया मुक्त भारत अभियान (Malaria Elimination Programme)
प्रश्न. विश्व मलेरिया दिवस कब मनाया जाता है?
(a) 7 अप्रैल
(b) 25 अप्रैल
(c) 1 मई
(d) 15 मई
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