प्रारंभिक परीक्षा – विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023 मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 2 - महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश |
सन्दर्भ
- हाल ही में, फ्राँस के 'रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स' (RSF) नामक एन.जी.ओ. द्वारा वर्ष 2023 के लिये विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक जारी किया गया।
- इस सूचकांक को विश्व के 180 देशों में पत्रकारिता के लिये विद्यमान दशाओं के आधार पर तैयार किया गया है।
विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2023
- यह पिछले वर्ष में देशों के प्रेस स्वतंत्रता रिकॉर्ड के संगठन के अपने आकलन पर आधारित है।
- यह प्रत्येक देश में पत्रकारों, समाचार संगठनों की स्वतंत्रता और इस स्वतंत्रता का सम्मान करने के लिए अधिकारियों द्वारा किए गए प्रयासों को प्रतिबिंबित करता है।
- इसमें प्रत्येक देश या क्षेत्र के स्कोर का मूल्यांकन पाँच प्रासंगिक संकेतकों का उपयोग करके किया जाता है –
- राजनीतिक संदर्भ
- कानूनी ढांचा
- आर्थिक संदर्भ
- सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ
- सुरक्षा
- नॉर्वे लगातार सातवें वर्ष सूचकांक में पहले स्थान पर है, आयरलैंड दूसरे स्थान पर और डेनमार्क तीसरे स्थान पर है।
- इस सूचकांक में भारत को 161वां स्थान प्राप्त हुआ है।
- विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक, 2022 में भारत 150वें स्थान पर था।
- भारत सूचकांक में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भी नीचे है।
- पाकिस्तान 150 वें तथा अफगानिस्तान 152वें स्थान पर है।
भारत में प्रेस की स्वतंत्रता
- भारत में प्रेस की स्वतंत्रता, संविधान के अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत संरक्षित है।
- प्रेस की स्वतंत्रता पर अनुच्छेद 19(2) के तहत निम्नलिखित आधार पर प्रतिबंध लगाये जा सकते हैं –
- भारत की संप्रभुता और अखंडता
- राज्य की सुरक्षा
- विदेशी राज्यों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध
- सार्वजनिक व्यवस्था, शालीनता या नैतिकता
- न्यायालय की अवमानना