चर्चा में क्यों
हाल ही में, चिनाब नदी पर दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के ऊपरी डेक के दो सिरों को जोड़ने वाले 'गोल्डन ज्वाइंट' (Golden Joint- अंतिम जोड़) का कार्य जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में संपन्न हुआ।
प्रमुख बिंदु
- चिनाब नदी पर निर्मित यह पुल 1.3 किमी. लंबा है जो नदी तल से 359 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह ऊँचाई पेरिस स्थित एफिल टॉवर से 30 मीटर अधिक है।
- यह कश्मीर को प्रत्येक मौसम में रेल संपर्क सुविधा उपलब्ध कराएगी तथा सामाजिक-आर्थिक उत्थान में योगदान देगी।
- इस ज्वाइंट का कार्य पूरा होने के साथ ही पुल के दोनों सिरे (बक्कल और कौरी) आपस में जुड़ गए हैं।
- 467 मीटर के मुख्य आर्च के साथ यह पुल 100 किमी. प्रति घंटे तक हवा के दबाव को सहन करने में सक्षम है तथा इसे जोन-V के भूकंप झटकों को सहन करने के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- यह दुनिया का सबसे ऊँचा सिंगल आर्च रेलवे पुल है जो उत्तर-रेलवे की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक’ का एक हिस्सा है। रेल मंत्रालय की इस परियोजना को वर्ष 2002 में राष्ट्रीय परियोजना का दर्ज़ा दिया गया।
- गौरतलब है कि 'गोल्डन ज्वाइंट' सिविल इंजीनियरों द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है।