विश्व वन्यजीव दिवस हर साल 3 मार्च को मनाया जाता है।
यह दिन वन्यजीवों और उनके प्राकृतिक आवासों के संरक्षण के महत्व को उजागर करने के लिए मनाया जाता है।
महत्व और उद्देश्य:
जैव विविधता को संरक्षित करना।
वन्यजीवों और पारिस्थितिक तंत्र के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
वन्यजीव अपराधों और अवैध शिकार को रोकने के प्रयासों को प्रोत्साहित करना।
सतत विकास लक्ष्यों की पूर्ति में योगदान देना।
इतिहास:
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 2013 में इस दिन की घोषणा की थी।
3 मार्च को यह इसलिए चुना गया क्योंकि 1973 में इसी दिन वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (CITES) समझौता अपनाया गया था।
वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार (CITES):
यह एक अंतर्राष्ट्रीय समझौता है, जिसका उद्देश्य लुप्तप्राय वन्यजीव और वनस्पतियों के व्यापार को नियंत्रित करना और उनकी अवैध तस्करी को रोकना है।
CITES का इतिहास:
स्थापना: 3 मार्च 1973
मुख्यालय: जिनेवा, स्विट्जरलैंड
यह संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा समर्थित है।