प्रारंभिक परीक्षा - एमवी गंगा विलास, राष्ट्रीय जलमार्ग
सन्दर्भ
- हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री द्वारा वाराणसी में विश्व के सबसे लंबे नदी क्रूज़, एमवी गंगा विलास को परिचालन के लिए हरी झंडी दिखाई गयी।
एमवी गंगा विलास
- एमवी गंगा विलास दुनिया का सबसे लंबा रिवर क्रूज है।
- यह भारत में बनने वाला पहला स्वदेश निर्मित क्रूज पोत है।
- इस क्रूज में 36 पर्यटकों की क्षमता वाले तीन डेक तथा 18 सुइट्स हैं, जिसमें सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- यह बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचने के लिए लगभग 51 दिनों में 3,200 किलोमीटर की दूरी तय करेगा।
- अद्वितीय डिजाइन और भविष्य की दृष्टि के साथ निर्मित, यह क्रूज कोलकाता की हुगली नदी से लेकर वाराणसी की गंगा नदी तक स्थित विभिन्न प्रमुख स्थलों से होकर गुजरेगा।
- यह क्रूज विश्व धरोहर स्थलों और काशी, पटना साहिब, बोधगया, विक्रमशिला, ढाका और सुंदरबन जैसे राष्ट्रीय उद्यानों सहित विभिन्न प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों को कवर करेगा।
- यह बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों से होकर गुजरेगा।
- यह क्रूज लगभग 27 नदी प्रणालियों को पार करेगा तथा राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW1) और राष्ट्रीय जलमार्ग 2 (NW2) को जोड़ेगा।
- इस परियोजना का प्रबंधन निजी ऑपरेटरों द्वारा किया जाएगा तथा भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) द्वारा इस परियोजना का समर्थन किया गया है।
राष्ट्रीय जलमार्ग 1
- हल्दिया (सागर) और इलाहाबाद के बीच (1620 कि.मी.) गंगा-हुगली नदी प्रणाली को 1986 में राष्ट्रीय जलमार्ग के रूप में घोषित किया गया।
राष्ट्रीय जलमार्ग 2
- ब्रह्मपुत्र नदी को धुबरी से सदिया के बीच ( लगभग 891 किलोमीटर) राष्ट्रीय जलमार्ग 2 घोषित किया गया है।
अन्य प्रमुख राष्ट्रीय जलमार्ग
भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण(IWAI)
- भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण का गठन 1986 में नौवहन और नौचालन के उद्देश्य से अन्तर्देशीय जलमार्गों का विकास और विनियमन करने के लिए किया गया था।
- IWAI, राष्ट्रीय जलमार्गों पर मुख्यत: अन्तर्देशीय जल परिवहन अवसंरचना के विकास और अनुरक्षण हेतु परियोजनाएं प्रारंभ करता है।
- IWAI का प्रधान कार्यालय नोएडा में स्थित है।
- इसके क्षेत्रीय कार्यालय पटना, कोलकाता, गुवाहाटी और कोच्चि में हैं, तथा उप कार्यालय इलाहाबाद, वाराणसी, फरक्का, साहिबगंज, हल्दिया, स्वरूपगंज, हेमनगर, डिब्रूगढ़, धुब्री, सिलचर, कोल्लम, भुवनेश्वर और विजयवाड़ा में हैं।
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