प्रारंभिक परीक्षा – याउंडे घोषणा (Yaounde Declaration) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
चर्चा में क्यों
हाल ही में कैमरून की राजधानी याउंडे में 11 अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने मलेरिया से होने वाली मौतों को समाप्त करने के उद्देश्य से याउंडे घोषणा पर हस्ताक्षर किए।
याउंडे घोषणा:
- यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और कैमरून सरकार द्वारा सह-मेजबानी में याउंडे सम्मेलन में इस पर हस्ताक्षर किए गए ।
- मलेरिया से सबसे अधिक प्रभावित 11 अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने मलेरिया रोग से होने वाली मौतों को समाप्त करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की प्रतिबद्धता जताते हुए हस्ताक्षर किया।
- इस सम्मेलन में 11 अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्री, वैश्विक मलेरिया भागीदार, फंडिंग एजेंसियां, वैज्ञानिक, नागरिक समाज संगठन और अन्य प्रमुख मलेरिया हितधारक एकत्र हुए।
- इस घोषणा पर हस्ताक्षर करने वाले 11 देशों में बुर्किना फासो, कैमरून, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, घाना, माली, मोज़ाम्बिक, नाइजर, नाइजीरिया, सूडान, युगांडा और तंजानिया शामिल है।
- इसमें अफ्रीकी क्षेत्र में मलेरिया के खतरे को स्थायी रूप से समाप्त करने पर विचार किया गया विश्व स्तर पर ये क्षेत्र मलेरिया से होने वाली 95% मौतों के लिए जिम्मेदार है।
- मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रमों के लिए मजबूत नेतृत्व प्रदान करने और घरेलू वित्त पोषण में वृद्धि करने की प्रतिबद्धता जताई गई
- इसके माध्यम से डेटा प्रौद्योगिकी में अधिक निवेश सुनिश्चित करना, मलेरिया नियंत्रण,उन्मूलन में नवीनतम तकनीकी मार्गदर्शन लागू करना तथा राष्ट्रीय और उप-राष्ट्रीय स्तर पर मलेरिया नियंत्रण प्रयासों को बढ़ाना है।
- इसमें स्वास्थ्य मंत्रियों ने बुनियादी ढांचे, कार्यक्रम कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश बढ़ाने का संकल्प किया एवं बहु-क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना और वित्त पोषण, अनुसंधान और नवाचार के लिए साझेदारी बनाने पर सहमत हुए।
मलेरिया :
- यह परजीवियों के कारण होने वाली एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मादा एनोफिलिस मच्छरों के काटने से लोगों में फैलती है।
- पांच परजीवी प्रजातियाँ मनुष्यों में मलेरिया का कारण बनती हैं
- इनमें से दो प्रजातियाँ, प्लाज्मोडियम फाल्सीपेरम और प्लाज्मोडियम विवैक्स सबसे ज्यादा लोगों को प्रभावित करती हैं।
- यह रोग भूमध्य रेखा के आस-पास उष्णकटिबंधीय (Tropical) और उपोष्णकटिबंधीय (Subtropical) क्षेत्रों में पाया जाता है जिसमें अफ्रीका और एशिया के ज्यादातर देश शामिल हैं।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (W.H.O) के अनुसार दक्षिण पूर्व एशिया में कुल मलेरिया के मामलों में से 77 प्रतिशत मामले भारत में हैं।
- भारत में यह रोग मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, गोवा, दक्षिणी मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों में प्रचलित है।
कैमरून:
- कैमरुन मध्य और पश्चिम अफ्रीका में स्थित देश है, जिसके पश्चिम में नाइजीरिया, उत्तर-पूर्व में चाड, पूर्व में केंद्रीय अफ्रीकी गणराज्य और दक्षिण में ईक्कीटोरियल गिनी, गैबोन और कांगो स्थित है।
- इसके भौगोलिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक विशेषताओं को देखते हुए इसे अफ्रीका इन मिनिएचेर कहते हैं।
- यहां 200 से अधिक जनजातियां और भाषाई समूह निवास करते हैं।
- प्रथम विश्व युद्ध से पहले इस देश का अधिकांश हिस्सा एक जर्मन उपनिवेश के अधीन था उस समय इसे कैमेरून नाम से जाना जाता था।
- 1 जनवरी, 1960 को एक स्वतंत्र गणराज्य बना।
- इस देश ने 20 सितंबर, 1960 को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता प्राप्त की थी।
- कैमरून के दक्षिण-पश्चिम में तटीय मैदान, केंद्र में विच्छेदित पठार, पश्चिम में पहाड़, उत्तर में मैदानी इलाका पाया जाता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।
- हाल ही में कैमरून की राजधानी याउंडे में बुर्किना फासो, नाइजीरिया और तंजानिया सहित 11 अफ्रीकी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने मलेरिया से होने वाली मौतों को समाप्त करने के उद्देश्य से याउंडे घोषणा पर हस्ताक्षर किए।
- यह परजीवियों के कारण होने वाली एक जानलेवा बीमारी है जो संक्रमित मादा एनोफिलिस मच्छरों के काटने से लोगों में फैलती है।
- यह रोग भूमध्य रेखा के आस-पास उष्णकटिबंधीय (Tropical) और उपोष्णकटिबंधीय (Subtropical) क्षेत्रों में पाया जाता है।
उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: याउंडे घोषणा क्या है? इसके प्रमुख विशेषताओं को रेखांकित कीजिए।
|
स्रोत: डाउन टू अर्थ