प्रारंभिक परीक्षा – पीला रतुआ (Yellow Rust) मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर-1,3 |
संदर्भ:
करनाल स्थित भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान (IIWBR) ने किसानों से पीले रतुआ के प्रति सतर्क रहने की अपील की है।
प्रमुख बिंदु
- एक कीट गेहूं की फसल को हरियाणा के कुछ जिलों में प्रभावित करता है।
- यह कीट दिसंबर माह के आखिरी सप्ताह और जनवरी माह के पहले सप्ताह में अधिक प्रभावित करता है।
- पीला रतुआ एक कवक रोग है, जो पत्तियों पर पीली धारियां बनाकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
- यह गेहूं की फसल को प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में बाधा उत्पन्न करता है जिससे गेहूं के आकार में कमी लाता है।
- यह ठंडे मौसम में प्रचलित विशेष रूप से उत्तरी पहाड़ियों (northern hills) और उत्तर-पश्चिमी मैदानी क्षेत्र(north-western plains zone) में बारिश, तापमान में वृद्धि और आर्द्रता का हालिया संयोजन पीले रतुआ के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ है।
- भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान के अनुसार पीला रतुआ रोग फैलने से रोकने के लिए प्रोपीकोनाज़ोल या टेबुकोनाज़ोल (Propiconazole or Tebuconazole )जैसे कवकनाशी का छिड़काव करना चहिए।
गेहूं (wheat) :
- यह शीतोष्ण जलवायु की फसल है।
- इसके लिए सामान्यतः 10° से 15° से० तापमान तथा 50 सेमी.-75 सेमी. वार्षिक वर्षा की जरूरत होती है।
- जाड़े के महीने में यदि 12.5 सेमी. की वर्षा होती है तो यह गेहूं की फसल के लिए बहुत उपयोगी होती है।
- चावल के बाद गेहूँ भारत की दूसरी प्रमुख फसल है।
- भारत विश्व का 13% गेहूँ उत्पादित करता है।
- विश्व गेहूँ उत्पादन में भारत का दूसरा स्थान है। प्रथम स्थान चीन का है।
- देश की कुल कृषि भूमि के 14% भाग पर गेहूँ की कृषि की जाती है।
- उत्तर भारत में गेहूँ अक्तूबर-नवम्बर में बोया जाता है एवं मार्च-अप्रैल में काटा जाता है।
- दक्षिण भारत में सितम्बर-अक्तूबर के मध्य बोया जाता है एवं दिसम्बर-जनवरी के मध्य काटा जाता है।
- उष्ण जलवायु के कारण उत्तर भारत की तुलना में दक्षिण भारत में गेहूँ कम समय में पक जाता है।
- भारत में हरित क्रांति का सबसे अनुकूल प्रभाव गेहूँ की कृषि पर पड़ा है।
- चित्र 10.2 : भारत के प्रमुख एवं गौण गेहूँ उत्पादक क्षेत्र
- भारत में 100 सेमी. की वर्षा रेखा गेहूँ और चावल के उत्पादक क्षेत्रों को विभाजित करती है।
- गेहूँ की प्रमुख किस्में कल्याण, सोना, सोनालिका, लेरमा, रोजो, हीरा, शेरा, सोनारा-64 हैं।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए ।
- करनाल स्थित भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान ((IIWBR) ने किसानों से पीले रतुआ के प्रति सतर्क रहने की अपील की है।
- एक कीट गेहूं की फसल को हरियाणा के कुछ जिलों में प्रभावित करता है।
- यह कवक रोग है, जो पत्तियों पर पीली धारियां बनाकर गेहूं की फसल पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
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स्रोत :The Hindu Businessline