जम्मू एवं कश्मीर में निर्माणाधीन श्रीनगर-सोनमर्ग राजमार्ग पर जेड-मोड़ सुरंग में संलग्न श्रमिकों पर आतंकवादी हमला हुआ है। जम्मू एवं कश्मीर में किसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना पर यह पहला आतंकवादी हमला है।
ज़ेड-मोड़ परियोजना
- जेड-मोड़ सुरंग 6.4 किमी. लंबी सुरंग है, जो सोनमर्ग स्वास्थ्य रिसॉर्ट को मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले के कंगन शहर से जोड़ती है।
- यह सुरंग श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर स्थित प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग को सभी मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।
- ज़ेड-मोड़ सुरंग, ज़ोजिला सुरंग परियोजना का हिस्सा है जिसका उद्देश्य श्रीनगर से लद्दाख तक पूरे वर्ष सभी मौसम में संपर्क उपलब्ध कराना है।
- कश्मीर घाटी में सोनमर्ग को लद्दाख में द्रास से जोड़ने वाली लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर ज़ोजिला सुरंग का निर्माण कार्य चल रहा है और इसके दिसंबर 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।
- इस सुरंग का यह नाम उस स्थान पर स्थित Z आकार के सड़क खंड के कारण पड़ा है।
ज़ेड-मोड़ परियोजना का रणनीतिक महत्व
- सैन्य कर्मियों को लद्दाख के सीमावर्ती क्षेत्रों तक त्वरित पहुंच प्राप्त होना
- सुरंग निर्माण से श्रीनगर, द्रास, कारगिल एवं लेह क्षेत्रों के बीच सुरक्षित संपर्क स्थापित होना
- सभी मौसम के अनुकूल सड़क संपर्क से भारतीय वायु सेना के परिवहन विमानों के माध्यम से सेना के अग्रिम स्थानों के हवाई रखरखाव पर निर्भरता में कमी