संदर्भ
हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा पंजाब और सिंध बैंक को पुनर्पूंजीकृत करने के लिये वित्तीय नवाचार के रूप में ऋणदाताओं के लिये 5,500 करोड़ रुपये के ब्याजरहित बॉण्ड/ज़ीरो कूपन बॉण्ड जारी किये गए हैं।
ज़ीरो कूपन बॉण्ड्स
- ज़ीरो कूपन बॉण्ड्स को अधिकतर ‘ज़ीरो’ भी कहते हैं क्योंकि इन पर किसी प्रकार के ब्याज का भुगतान नहीं किया जाता है।
- इसके बावजूद ज़ीरो कूपन बॉण्ड्स में निवेश को आकर्षक माना जाता है। इसकी सबसे बड़ी वजह है कि यह हमेशा डिस्काउंट/छूट पर जारी किया जाता है। अर्थात् इसमें निवेश के लिये हमेशा निवेशकों को अंकित मूल्य (फेस वैल्यू) से कम भुगतान करना होता है। मैच्योरिटी पीरियड (परिपक्वता अवधि) से पहले इन बॉण्ड्स का व्यापार डिस्काउंटेड रेट पर ही होता है, प्रीमियम रेट पर नहीं।
- ज़ीरो कूपन बॉण्ड खरीदने के बाद निवेशकों को बॉण्ड की परिपक्वता अवधि तक इंतज़ार करना होता है। परिपक्वता अवधि खत्म होने पर निवेशक को बॉण्ड का अंकित मूल्य प्राप्त होता है।
- छूट पर मिले बॉण्ड के मूल्य और इसके अंकित मूल्य के बीच का अंतर ही निवेशक के लिये रिटर्न है।
- ज़ीरो कूपन बॉण्ड ऐसे निवेशकों के लिये बहुत फायदेमंद है, जो बाज़ार में उतार-चढ़ाव के कारण निवेश करने से डरते हैं।
इसके अतिरिक्त, यह बॉण्ड उन निवेशकों के लिये भी बेहतर होते हैं, जो दीर्घकालिक निवेश के विकल्प के साथ- साथ एकमुश्त बड़ा रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं।