प्रारंभिक परीक्षा के लिए - प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 2 - सरकारी नीतियाँ |
योजना का नाम
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प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना
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आरंभ
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2016
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नोडल मंत्रालय
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पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय
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लक्ष्य
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ग्रामीण और वंचित परिवारों, जो कि ईंधन के रूप में जलावन लकड़ी, कोयला, गोबर के उपले आदि जैसे पारंपरिक खाना पकाने के ईंधन का उपयोग कर रहे थे, के लिए एलपीजी जैसे स्वच्छ ईंधन को उपलब्ध कराना
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क्रियान्वयन क्षेत्र
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सभी राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश
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आधिकारिक बेवसाइट
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pmuy.gov.in
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उद्देश्य
- इस योजना का उद्देश्य महिलाओं (BPL परिवारों की महिलाओं सहित) को निःशुल्क LPG कनेक्शन के माध्यम से खाना पकाने का स्वच्छ ईंधन (LPG) प्रदान कर उनके स्वास्थ्य की रक्षा करना है।
- BPL परिवारों की पहचान सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना-2011(SECC-2011) के आंकड़ों के माध्यम से की जाएगी।
- गाय के गोबर, जीवाश्म ईंधन, कोयला, जलाऊ लकड़ी और अन्य अशुद्ध ईंधन जैसे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पारंपरिक ईंधन के उपयोग को कम करना।
पात्रता
- निम्नलिखित श्रेणियों में से किसी से संबंधित वयस्क महिला।
- अनुसूचित जाति परिवार
- अनुसूचित जनजाति परिवार
- प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण)
- अति पिछड़ा वर्ग
- अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई)
- चाय और पूर्व चाय बागान जनजातियां
- वनवासी
- द्वीप समूह और नदी द्वीप समूह में रहने वाले लोग
- 14 सूत्री घोषणा के अनुसार गरीब परिवार
- आवेदक की आयु 18 वर्ष से अधिक हो।
- एक ही परिवार में कोई अन्य एलपीजी कनेक्शन नहीं होना चाहिए।
प्रमुख विशेषताएं
- इस योजना के अंतर्गत परिवार में LPG कनेक्शन ना होने की स्थिति में, BPL परिवार की वयस्क महिला के नाम पर LPG कनेक्शन प्रदान किया जाता है।
- योजना के अंतर्गत कनेक्शन शुल्क सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
- PMUY के परिणामस्वरूप लगभग 1 लाख अतिरिक्त रोजगार सृजित होने और भारतीय उद्योग के लिए अगले 3 वर्षों में, लगभग 10,000 करोड़ रुपये के व्यापार अवसर प्राप्त होने की संभावना है।
- इस योजना के माध्यम से 'मेक इन इंडिया' अभियान को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि सिलेंडर, गैस स्टोव, रेगुलेटर और गैस नली इत्यादि का निर्माण घरेलू उद्योगों के द्वारा किया जा रहा है।
- बीपीएल परिवारों को एलपीजी कनेक्शन प्रदान करने से देश में रसोई गैस का सार्वभौमिक कवरेज सुनिश्चित होगा।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का महत्व
- उज्ज्वला योजना ने महिलाओं को सशक्त बनाया है और स्वच्छ ईंधन के उपयोग के माध्यम से उन्हें और उनके परिवारों को तीव्र श्वसन रोगों और अन्य बीमारियों को रोकने में मदद करके उनकी रक्षा की है।
- जलाऊ लकड़ी इकट्ठा करने के लिए जंगलों में जाने वाली महिलाओं को अक्सर स्वास्थ्य और सुरक्षा के मुद्दों का सामना करना पड़ता है, उज्ज्वला योजना के बाद यह काफी कम हो गया है।
- इस योजना के तहत एलपीजी कनेक्शन बीपीएल परिवार की महिलाओं के नाम पर जारी होगा, जिससे महिलाओं के खाते में सब्सिडी आने से उनके आर्थिक सशक्तिकरण में वृद्धि होगी।
- एलपीजी के उपयोग से महिलाओं के लिए खाना बनाने के समय की बचत होती है क्योंकि उन्हें ठोस ईंधन एकत्र नहीं करना पड़ता है, इससे खाना पकाने के समय का अन्य आर्थिक गतिविधियों में प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है।
- कई जगह महिलाओं ने अपने खाली समय में सामुदायिक आर्थिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए स्वयं सहायता समूहों का गठन किया है।
- ठोस बायोमास का उपयोग करने वाले लोग अक्सर सिरदर्द, मितली, क्रोनिक ब्रोंकाइटिस और कई त्वचा रोगों से पीड़ित होते हैं, अधिकांश ग्रामीण महिलाओं में घरेलू वायु प्रदूषण और इससे होने वाली तीव्र श्वसन संबंधी बीमारियाँ देखी गईं हैं।
- इस योजना के माध्यम से इंडोर वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मृत्यु की संख्या को कम किया जा सकेगा।
- इस योजना के अंतर्गत, जलाऊ लकड़ी के उपयोग को रोकने से वन क्षेत्र और पर्यावरण पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
- यह योजना रसोई गैस की आपूर्ति श्रृंखला में ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार भी प्रदान करेगी।
प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना 2.0
- इस योजना का उद्देश्य कम आय वाले उन परिवारों को जमा-मुक्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान करना है, जिन्हें PMUY के पहले चरण के तहत शामिल नहीं किया जा सका था।
- इसके अंतर्गत लाभार्थियों को ना केवल निशुल्क LPG कनेक्शन प्रदान किया जाएगा, बल्कि उन्हें पहली रिफिल और हॉटप्लेट भी मुफ्त प्रदान की जाएगी।
- इसका लक्ष्य 1 करोड़ अतिरिक्त लाभार्थियों को शामिल करना है।
- उज्ज्वला योजना 2.0 के अंतर्गत प्रवासी परिवारों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- प्रवासी, राशन कार्ड या पते से संबंधित प्रमाण पत्र जमा करने की आवश्यकता के बिना मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन प्राप्त कर सकते हैं।