पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।
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08-Oct-2024
इसका उपयोग अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग लेन-देन में किया जाता है। यह एक प्रकार की बैंक गारंटी है, जिसके तहत एक बैंक अपने ग्राहक को अल्पकालिक साख के रूप में किसी अन्य भारतीय बैंक की विदेशी शाखा से धन जुटाने की अनुमति देता है।
07-Oct-2024
धन या कोष का प्रबंधन वित्त कहलाता है, अर्थात् मुद्रा के उपयोग के अधिकार को 'वित्त' कहते हैं। वित्तीय लेन-देन की क्रियाओं को वित्तीय विनिमय कहा जाता है। ऐसी संस्थागत व्यवस्था जहाँ क्रेता और विक्रेता वित्त का लेन-देन करते हैं, वित्तीय बाजार कहलाती है।
05-Oct-2024
ये उन अर्थव्यवस्थाओं को संदर्भित करती हैं, जो विकासशील अर्थव्यवस्था की अगली पंक्ति में मौजूद हैं और धीरे-धीरे विकसित अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर हैं। इसके अंतर्गत चीन, भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों की अर्थव्यवस्था को रखा जाता है।
04-Oct-2024
वित्तीय प्रणाली में वित्त की मात्रा में वृद्धि करने के उद्देश्य से विस्तारित मौद्रिक नीति बनाई जाती है। भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नकद आरक्षित अनुपात एवं सांविधिक तरलता अनुपात तथा रेपो दर में कमी विस्तारित मौद्रिक नीति के तहत की जाती है।
03-Oct-2024
'समष्टि' शब्द अंग्रेज़ी भाषा के 'मैक्रो' (Macro) शब्द से बना है, जिसका अर्थ ‘बड़ा’ होता है। अर्थशास्त्र के संदर्भ में यह समस्त अर्थव्यवस्था या संपूर्ण अर्थव्यवस्था को संदर्भित करता है। इसमें राष्ट्रीय आय, रोज़गार, अंतरराष्ट्रीय व्यापार जैसी आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन किया जाता है।
01-Oct-2024
यह अग्रिम ब्याज दर तय करने की एक पद्धति है। यह बैंकों के लिये एक आंतरिक बेंचमार्क दर के रूप में कार्य करती है, जो सभी ऋणों के मूल्य निर्धारण में मदद करती है। इस व्यवस्था के अंतर्गत बैंकों को उधारी दर के निर्धारण में फंड की सीमांत लागत को भी आधार बनाना होता है, अर्थात् रेपो दर परिवर्तित होने पर बैंकों को अपनी आधार दर भी परिवर्तित करनी होती है।
30-Sep-2024
ये एक तरह के डिजिटल बैंक हैं, जिनकी कोई शाखा नहीं होती है। नियोबैंकिंग पूरी तरह से ऑनलाइन होती है। ये बैंकिंग सेवाएँ प्रदान करते हैं; जैसे- बचत खाता, शीघ्र ऋण, क्रेडिट कार्ड, म्यूचुअल फंड और सावधि जमाएँ आदि। इन सेवाओं के लिए नियो बैंक ऐसे बैंक से संबंद्ध होते हैं, जिन्हें RBI से लाइसेंस प्राप्त होता है।
28-Sep-2024
ये बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की दूसरी अनुसूची में सूचीबद्ध होते हैं। इनकी पूंजी तथा संचित कोष 5 लाख रुपए के बराबर या उससे अधिक होता है। इन बैंकों के लिये भारतीय रिज़र्व बैंक के नियमों का पालन करना अनिवार्य होता है। ये रिज़र्व बैंक से ऋण भी प्राप्त कर सकते हैं।
27-Sep-2024
यह बैंक की मूल तथा सर्वाधिक स्थायी पूंजी होती है। यह बैंक को आकस्मिक हानियों के विरुद्ध तत्काल सहायता उपलब्ध कराती है। इसे कोर पूंजी भी कहा जाता है। इसमें शामिल है शेयर पूंजी, घोषित रिज़र्व और सुरक्षित ऋण आदि।
26-Sep-2024
यह एक राष्ट्रव्यापी भुगतान प्रणाली है, जो एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में धन के हस्तांतरण की अनुमति देती है। इस सुविधा के तहत कोई व्यक्ति, फर्म और कॉर्पोरेट किसी भी बैंक से किसी भी अन्य बैंक में खाता रखने वाले किसी व्यक्ति, फर्म या कॉर्पोरेट को धनराशि का हस्तांतरण कर सकता है।
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