New
IAS Foundation Course (Prelims + Mains): Delhi & Prayagraj | Call: 9555124124

IMPORTANT TERMINOLOGY

पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।

प्रतिदिन की सबसे महत्वपूर्ण News पढ़ने के लिए यहाँ Click करें

1. विघटनकारी तकनीक (Disruptive Technology)

09-Apr-2024

ऐसे नवाचार; जो उपभोक्ताओं, व्यवसायों या उद्योगों के संचालन के तरीके को ही बदल देते हैं, उन्हें विघटनकारी तकनीक कहा जाता है। ये किसी स्थापित तकनीक या उत्पाद को विस्थापित करके एक नया बाजार और मूल्य नेटवर्क बनाती हैं; जैसे- बल्ब की खोज ने लालटेन को विस्थापित करके नया बाजार बनाया और लालटेन निर्माताओं/विक्रेताओं को व्यवसाय से बाहर कर दिया।

2. कर-GDP अनुपात (Tax-GDP Ratio)

06-Apr-2024

यह किसी देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के सापेक्ष उसके कर राजस्व (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर) का अनुपात होता है। यह अनुपात किसी देश की अर्थव्यवस्था के आकार के सापेक्ष उसकी कर राजस्व प्राप्ति की क्षमता को प्रदर्शित करता है। यदि किसी देश का कर-GDP अनुपात 50% है, तो इसका अर्थ है कि उस देश को अपनी GDP का 50% कर योगदान के रूप में प्राप्त होता है।

3. तकनीकी राइट-ऑफ (Technical write-off)

05-Apr-2024

उधारकर्ताओं  के ऋण खाते में ऐसी गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA), जिनकी वसूली की संभावना लगभग शून्य हो जाती है या उसकी वसूली लागत उससे संभावित वसूली योग्य मूल्य से अधिक हो जाती है। बैंकों के लिए ऐसे NPA को बैलेंस शीट में रखना अनुत्पादक हो जाता है। बैंक अपनी साख बनाए रखने के लिए इन्हें बट्टे खाते में डाल देती है। इसे ही तकनीकी राइट-ऑफ कहते हैं।

4. फेज थेरेपी (Phage Therapy)

04-Apr-2024

इस थेरेपी में बैक्टीरिया के संक्रमण का इलाज करने के लिए बैक्टीरियोफेज या फेज का उपयोग किया जाता है। फेज ऐसे वायरस होते हैं, जो केवल बैक्टीरियल कोशिकाओं को संक्रमित करते हैं और उन्हीं कोशिकाओं में अपना प्रतिरूप बनाते हैं। यह थेरेपी बैक्टीरिया संबंधी रोगों के उपचार के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का एक अच्छा विकल्प है। यह रोगाणुरोधी प्रतिरोध की समस्या का समाधान हो सकती है।

5. क्लाउड सीडिंग (Cloud seeding)

03-Apr-2024

यह कृत्रिम वर्षा कराने की एक प्रकार की मौसम संशोधन तकनीक है। इसमें क्लाउड-सीडिंग रसायनों जैसे सिल्वर आयोडाइड, पोटेशियम आयोडाइड, सूखी बर्फ (dry ice) आदि को बादलों में फैलाया जाता है। ये रसायन वर्षा की बूंदों के निर्माण के लिए एक केंद्रक प्रदान करते हैं, जिससे वर्षा होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।

6. सिल्कवर्म ईटिंग रणनीति (Silkworm Eating Strategy)

02-Apr-2024

इसका तात्पर्य किसी एक देश द्वारा क्रमिक अतिक्रमण के माध्यम से किसी दूसरे देश के राज्यक्षेत्र में सफलतापूर्वक घुसपैठ करने से है। यह पश्चिमी देशों की अवधारणा 'सलामी स्लाइसिंग’ का चीनी संस्करण है। चीन द्वारा ताइवान में नियमित घुसपैठ को इस विचारधारा के उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है।

7. ग्रीडफ्लेशन (Greedflation)

01-Apr-2024

ग्रीडफ्लेशन यानी लालच जनित मुद्रास्फीति में कीमतों में बढ़ोतरी मांग और पूर्ति से नहीं, बल्कि कॉर्पोरेट लालच से प्रेरित होती है। कंपनियां न सिर्फ इनपुट लागत प्राप्त करने के लिए बल्कि अपने लाभ मार्जिन को बढ़ाने के लिए भी कृत्रिम रूप से वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि करती हैं।

8. अपस्फीति प्रभाव (Deflation effect)

30-Mar-2024

अपस्फीति वस्तुओं और सेवाओं के मूल्य स्तर में सामान्य गिरावट है। यदि अपस्फीति तीव्र हो जाती है, तो यह अर्थव्यवस्था को अपस्फीति के चक्र में डाल सकती है। इसमें कीमतों के घटने से उत्पादन स्तर कम होने पर मजदूरी भी कम हो जाती है, इससे मांग में कमी आती है, परिणामस्वरूप कीमतें और घट जाती हैं और यह उच्च बेरोजगारी का कारण बनता है। इसे ही अपस्फीति प्रभाव कहते हैं।

9. इंतिफादा (Intifada)

29-Mar-2024

अरबी भाषा के इस शब्द का अर्थ 'उथल-पुथल' या 'किसी से छुटकारा' पाना होता है। इसका प्रयोग इजरायल एवं फिलिस्तीन के बीच संघर्ष के रूप में किया जाता है। इसका तात्पर्य इजरायल के खिलाफ एक संगठित विद्रोह से है, जिसे फिलिस्तीनी समर्थन प्राप्त है। हमास के जारी आक्रमण को तीसरा इंतिफादा कहा जा रहा है। (पहला इंतिफादा वर्ष 1987 से 1993 और दूसरा इतिफादा वर्ष 2000 से 2005 तक चला)

10. ट्रेजरी बिल (Treasury bills)

28-Mar-2024

वित्तीय बाजार से धन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए सरकार प्रतिभूतियां जारी करती है। केंद्र सरकार की एक वर्ष से भी कम समय की परिपक्वता अवधि वाली प्रतिभूतियों को ट्रेजरी बिल कहा जाता है। सामान्यतः इन्हें तीन परिपक्वता अवधि (91 दिन, 182 दिन और 364 दिन) में जारी किया जाता है। ये शून्य कूपन प्रतिभूतियाँ होती हैं अर्थात इन पर कोई ब्याज प्रदान नहीं किया जाता है। इन्हें छूट पर जारी किया जाता है और अंकित मूल्य पर वापिस ख़रीदा जाता है।

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR