26-Oct-2023
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा समर्थित ‘कॉमन कार्बन मेट्रिक’ संपूर्ण विश्व में निर्माण कार्यों के कार्बन पदचिह्न को मापने की एक सार्वभौमिक विधि है। यह वैश्विक इमारतों से उत्सर्जित कार्बन का लगातार मूल्यांकन और तुलना करने एवं सुधारों को मापने की अनुमति प्रदान करता है।
25-Oct-2023
यह तेजी से जंगल उगाने की तकनीक है। इसमें देशी प्रजाति के पौधों को कम दूरी पर लगाया जाता है, जो कम स्थान घेरने के साथ ही अन्य पौधों की वृद्धि में भी सहायक होते हैं। इस पद्धति के प्रणेता जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीर मियावाकी हैं।
24-Oct-2023
यह सिद्धांत उन धार्मिक प्रथाओं की रक्षा के लिए विकसित हुआ है, जो उस धर्म के लिए आवश्यक अथवा अभिन्न हैं एवं किसी भी मौलिक अधिकार का उल्लंघन नहीं करते हैं। सर्वोच्च न्यायालय की संवैधानिक पीठ ने 1954 में शिरूर मठ मामले में इस सिद्धांत को दिया।
23-Oct-2023
पर्यावरण के संदर्भ में, किसी जलाशय का नाइट्रोजन एवं फास्फोरस तत्वों से समृद्ध हो जाना सुपोषण कहलाता है। सुपोषण के दो मुख्य लक्षण हैं- हाइपोक्सिया (ऑक्सीजन की कमी) और शैवाल का तीव्र विकास। सुपोषित जल अंततः ‘मृत क्षेत्र’ बन सकते हैं।
22-Oct-2023
सफेद फॉस्फोरस एक पायरोफोरिक है, जो ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर तेजी से जलता है। इसका इस्तेमाल आग लगाने, धुआं उत्पन्न करने वाले विस्फोटक की तरह होता है। यह पदार्थ लगभग 800 डिग्री सेल्सियस की तीव्र गर्मी पैदा करता है। इसे साधारण भाषा में विली पीट या विली पीटर कहा जाता है।
21-Oct-2023
माइक्रोवेव हथियार शरीर के अंदर मौजूद पानी को गर्म कर देते हैं। ये हथियार कम घातक होते हैं, जिससे कोई गंभीर चोट लगने या मौत का खतरा नहीं होता है। इस तरह के हथियारों से कुछ समय के लिए जलन, उल्टियां और कमजोरी रहती है। इन हथियारों को ‘डायरेक्ट एनर्जी वेपंस’ भी कहा जाता है।
20-Oct-2023
ब्लास्ट वाटर का उपयोग समुद्री जहाजों के संतुलन एवं गतिशीलता के लिए किया जाता है। खासकर खाली जहाजों के द्वारा अपशिष्ट जल छोड़ने या माल उतारने के बाद तटीय जल ले लिया जाता है और अन्य बंदरगाह पर छोड़ दिया जाता है। ब्लास्ट वाटर ताज़ा या खारा जल हो सकता है।
19-Oct-2023
पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों की बढ़ती उपभोक्ता मांग का फायदा उठाने के लिए पर्यावरण संरक्षण का झूठा या अतिशयोक्तिपूर्ण दावा करने की प्रक्रिया है, जिसके माध्यम से यह प्रभाव व्यक्त किया जाता हैं कि कंपनी के उत्पाद ईको-फ्रेंडली और पर्यावरणीय रूप से उपयुक्त हैं।
18-Oct-2023
पानी में क्लोरीन या क्लोरीन यौगिकों को मिलाने की प्रक्रिया को जल क्लोरीनीकरण कहा जाता है। इस विधि का उपयोग पानी में बैक्टीरिया, वायरस और अन्य रोगाणुओं को मारने के लिए किया जाता है। पानी में क्लोरीन मिलाने पर हाइपोक्लोरस अम्ल बनता है, जो कीटाणुनाशक यौगिक है।
17-Oct-2023
इसे भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा उन उत्पादों के प्रमाण चिह्न के रूप में जारी किया जाता है, जिनके पूरे जीवन चक्र यानी कच्चे माल, विनिर्माण, उपयोग और निपटान के दौरान प्रदूषण की संभावना न के बराबर है। इसका लोगो एक मिट्टी का बर्तन है।