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IMPORTANT TERMINOLOGY

पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।

प्रतिदिन की सबसे महत्वपूर्ण News पढ़ने के लिए यहाँ Click करें

1. समोसा कॉकस (Samosa Caucus)

19-Jul-2023

समोसा कॉकस अमेरिकी संसद (कांग्रेस) में भारतीय मूल के प्रतिनिधियों के अनौपचारिक समूह को संदर्भित करता है। यह भारतीय मूल के समुदाय की पेशेवर भूमिका से सत्ता तक सीधी पहुँच की ओर संकेत करता है। इस शब्द को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने गढ़ा है।

2. मनी म्यूल (Money Mule)

15-Jul-2023

मनी म्यूल वह व्यक्ति होता है जो नकदी या महंगे उपहार के बदले अपने बैंक खाते में अवैध धन प्राप्त कर इसे दूसरे खाते में स्थानांतरित करता है। अपराधी इसके लिये युवाओं को लक्षित करते हैं जो इसके परिणामों से अनभिज्ञ होते हैं। इस तरह की गतिविधि में शामिल होने से बैंक खाता बंद होने के साथ ही वित्तीय उत्पादों और क्रेडिट तक पहुँच मुश्किल हो सकती है।

3. शेल्फ़ क्लाउड (Shelf Cloud)

14-Jul-2023

ठंडी और अधिक घनत्व वाली वायु के गर्म वातावरण में प्रवेश करने पर शेल्फ़ क्लाउड का निर्माण होता है। इसमें वायु तेजी से नीचे आती है और इसका प्रसार होता है। इस दौरान बादल अलग-अलग आकार में दिखते हैं। साथ ही, एक पतली रेखा में बादल के रूप में वायु नीचे की ओर प्रवाहित होती है। उत्तराखंड के हरिद्वार में यह परिघटना देखी गई।

4. ताइशोकू डाइको (Taishoku Daiko)

13-Jul-2023

ताइशोकू डाइको एक प्रकार की सेवा है जो जापान में उन लोगों की सहायता करती हैं जो यथासंभव कम कठिनाई के साथ नौकरी छोड़ना चाहते हैं। यह नौकरी बदलने के इच्छुक लोगों को सलाह, बातचीत के दौरान सहायता और भावनात्मक समर्थन प्रदान करती हैं। वर्तमान में लोग तेजी से ताइशोकू डाइको सेवाओं का चयन कर रहे हैं।

5. विकासात्मक मंदी (Growth Recession)

05-Jul-2023

विकासात्मक मंदी एक ऐसी अर्थव्यवस्था का वर्णन करती है जहाँ आर्थिक संवृद्धि की दर बहुत धीमी गति से बढ़ती है जिसके परिणामस्वरूप अर्थव्यवस्था में रोज़गार सृजन के स्थान पर रोज़गार की क्षति होती है। हालाँकि यह वास्तविक मंदी की गंभीरता तक नहीं पहुँचती है, लेकिन ऐसी अर्थव्यवस्था अपनी क्षमता से कम प्रदर्शन करती है। वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था इसका सामना कर रही है।

6. डाटा स्क्रैपिंग (Data Scrapping)

04-Jul-2023

डाटा स्क्रैपिंग या वेब स्क्रैपिंग वेबसाइटों या ऑनलाइन स्रोतों से बड़ी मात्रा में डाटा एकत्र करने की स्वचालित प्रक्रिया है। इसमें वेब पेजों से जानकारी एकत्र करने के लिये सॉफ़्टवेयर टूल या प्रोग्रामिंग तकनीकों का उपयोग किया है। इसका उपयोग अकादमिक अनुसंधान, डाटा पत्रकारिता या नए एप्लिकेशन और सेवाओं के निर्माण के लिये किया जा सकता है। हालाँकि, इससे कॉपीराइट, गोपनीयता के उल्लंघन, हेरफेर और डाटा के दुरुपयोग की भी संभावना है। ट्विटर ने डाटा स्क्रैपिंग से निपटने के लिये अस्थायी रीडिंग सीमा की घोषणा की है।

7. छागल (Chhagal)

03-Jul-2023

छागल मोटे कैनवास से बना हुआ एक तरफ़ खुले मुँह वाला बैग है। इस स्थानीय मारवाड़ी में दीवड़ी या मसक कहा जाता है। छागल मालवी नाम है। इसमें पानी भरकर इसे खुली जगह पर लटका दिया जाता है। बाहर चलने वाली गर्म हवा से वाष्पोत्सर्जन के कारण इसके भीतर का जल हमेशा ठंडा रहता है।

8. शेयरंटिंग (Sharenting)

01-Jul-2023

शेयरंटिंग से तात्पर्य माता-पिता द्वारा सोशल मीडिया पर अपने बच्चों के बारे में अत्यधिक विवरण पोस्ट करने से है। यह बच्चे के मनोवैज्ञानिक विकास के लिये हानिकारक हो सकता है। साथ ही, साइबर अपराधियों द्वारा इस विवरण का उपयोग किये जाने का जोखिम भी बढ़ जाता है।

9. निहित अस्थिरता (Implied Volatility)

29-Jun-2023

निहित अस्थिरता वह मानदंड है जो बाजार मूल्य में उतार-चढ़ाव की संभावना के दृष्टिकोण को संदर्भित करती है। हालाँकि, यह इसकी भविष्यवाणी नहीं करता है कि मूल्य परिवर्तन किस दिशा में आगे बढ़ेगा। भारतीय रिज़र्व बैंक के अनुसार, वर्तमान में भारतीय रुपया सबसे स्थिर मुद्राओं में से एक है और यहाँ निहित अस्थिरता वर्ष 2008 के बाद से सबसे निचले स्तर पर है।

10. हॉकिश पॉज़ (Hawkish Pause)

28-Jun-2023

हॉकिश पॉज़ किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज़ दरों में कई बढ़ोतरी के बाद अपनी नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखने के निर्णय को संदर्भित करता है। यह दर्शाता है कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति के मौजूदा स्तर से संतुष्ट नहीं है और कठोर मौद्रिक नीति जारी रहती है। हालाँकि, आवश्यकता पड़ने पर वह दरों में वृद्धि भी कर सकता है। इस संबंध में भारतीय रिज़र्व बैंक व अमेरिकी फेडरल बैंक द्वारा लिये गए निर्णयों के कारण यह पद चर्चा में है।

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