05-Mar-2021
04-Mar-2021
राष्ट्रों द्वारा साइबर सुरक्षा, इंटरनेट गवर्नेंस, इसके सैन्य उपयोग तथा इंटरनेट से जुड़े विभिन्न नवाचारों के कूटनीतिक और आर्थिक अनुप्रयोगों को साइबर कूटनीति कहते हैं।
03-Mar-2021
यूरोप के पासपोर्ट–मुक्त क्षेत्र को शेंजेन कहते हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा वीज़ा–मुक्त यात्रा क्षेत्र है। 14 जून, 1985 को हुए शेंजेन समझौते द्वारा अस्तित्व में आया यह क्षेत्र यूरोपीय संघ के 26 देशों का ऐसा समूह है, जिन्होंने आधिकारिक रूप से अपने नागरिकों के लिये पासपोर्ट और अन्य सभी प्रकार के सीमा नियंत्रण को समाप्त कर दिया है। इनका संचालन एकल राष्ट्र की तरह होता है। शेंजेन नियमों को वर्ष 1999 में एम्स्टर्डम समझौते द्वारा यूरोपीय संघ (EU) के क़ानून में शामिल किया गया था।
02-Mar-2021
समुद्री लहरों की हलचल द्वारा पादप प्लवकों (सूक्ष्म समुद्री पादपों), डायनोफ्लैजिलेट्स (Dinoflagellates) के अंदर स्थित प्रोटीन में होने वाली रासायनिक अभिक्रियाओं की वजह से नीले प्रकाश का उत्सर्जन होता है। जिसे नीला ज्वार या जैव-संदीप्ति कहा जाता है।
01-Mar-2021
वनरोपण की इस पद्धति की खोज 'अकीरा मियावाकी' नामक जापानी वनस्पतिशास्त्री ने की थी। इसके अंतर्गत, सघन पौधारोपण किया जाता है, जिससे पौधों पर मौसम की मार का विशेष असर नहीं पड़ता और गर्मियों के दिनों में भी पौधों के पत्ते हरे बने रहते हैं। कम स्थान में अधिक संख्या में लगे पौधे एक ऑक्सीजन बैंक की तरह कार्य करते हैं, साथ ही वर्षा को आकर्षित करने में भी सहायक होते हैं। एक प्राकृतिक वन को विकसित होने में सामान्यतः 100 वर्ष का समय लगता है, किंतु मियावाकी पद्धति में पौधों को सूर्य के प्रकाश के लिये प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है, अतः 20-25 वर्षों में ही परिणाम प्राप्त होने लगते हैं।
27-Feb-2021
कार्य के अत्यधिक दबाव के कारण होने वाली मृत्यु को जापान में करोशी कहते हैं। जापान में अत्यधिक कार्यावधि होने के कारण नौकरीपेशा लोग अक्सर अपने लिये गुणवत्तापूर्ण समय नहीं निकाल पाते और एकाकी मृत्यु के शिकार होते हैं।
26-Feb-2021
वर्तमान में, जापान में आत्म-अलगाव (self-isolation) की संस्कृति का प्रचलन बढ़ रहा है, यहाँ लगभग एक मिलियन लोग बाहरी दुनिया से संपर्कविहीन हैं। वे वर्षों तक पूर्णतः आत्म-आरोपित कारावास (self-imposed confinement) में रहते हैं। इन आधुनिक एकांतवासियों को 'हिकिकोमोरी' कहा जाता है
25-Feb-2021
वह परिप्रेक्ष्य जो वास्तविकता की व्याख्या करते समय प्रकृति की तुलना में समाज पर अधिक बल देता है। यह जीव विज्ञान और प्रकृति से इतर सामाजिक संबंधों, मूल्यों और अंतःक्रियाओं को वास्तविकता का अर्थ तथा विषय-वस्तु निर्धारित करने में निर्णायक मनाता है। उदाहरणस्वरूप, सामजिक रचनावाद का विश्वास है कि लिंग, बुढ़ापा, अकाल आदि स्थितियाँ भौतिक या प्राकृतिक होने की बजाय सामाजिक अधिक हैं।
24-Feb-2021
नेम्स, नैनो विद्युत-यांत्रिकीय प्रणाली अथवा नैनो इलेक्ट्रोमैकेनिकल सिस्टम्स का संक्षिप्त रूप है। नैनो स्तर पर बेहद सूक्ष्म मशीनों से संबंधित विज्ञान ‘नेम्स’ कहलाता है। इसके अंतर्गत मशीनों के निर्माण में सिरेमिक, पॉलिमर तथा सूक्ष्म चुंबकीय पदार्थ आदि का प्रयोग किया जाता है।
23-Feb-2021