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IMPORTANT TERMINOLOGY

पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।

प्रतिदिन की सबसे महत्वपूर्ण News पढ़ने के लिए यहाँ Click करें

1. ग्रिप प्लेटफार्म (Grip Platform)

17-Nov-2022

ग्रिप प्लेटफार्म एक लीज फाइनेंसिंग प्लेटफॉर्म है जो वाहन, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा फर्नीचर जैसी भौतिक संपत्तियों में सह-निवेश की सुविधा उपलब्ध कराता है। ये परिसंपत्तियां एक लीजिंग समझौते के तहत कंपनियों को लीज पर दी जाती है जिसके बदले में कंपनियां पट्टे की अवधि के दौरान एक निश्चित राशि का भुगतान करती हैं।

2. सी-20 (C-20)

16-Nov-2022

यह जी-20 का एक आधिकारिक संपर्क समूह है, जो वैश्विक नेताओं के साथ लोगों की आकांक्षाओं को आवाज़ देने के लिये दुनिया भर के सिविल सोसाइटी संगठनों को एक मंच प्रदान करता है। इसमें जी-20 के सदस्यों के अलावा विभिन्न देशों के 800 से अधिक नागरिक समाज के प्रतिनिधि शामिल हैं।

3. पर्माक्राइसिस (Permacrisis)

15-Nov-2022

यह विनाशकारी घटनाओं की एक श्रृंखला के परिणामस्वरूप अस्थिरता एवं असुरक्षा की एक विस्तारित अवधि को संदर्भित करता है। कोविड-19 महामारी तथा रूस-यूक्रेन संघर्ष से उत्पन्न वैश्विक अस्थिरता के कारण यह पद चर्चा में है।

4. ग्रीनवाशिंग (Greenwashing)

14-Nov-2022

ग्रीनवाशिंग से तात्पर्य जलवायु कार्रवाई में अनुचित व्यवहार के प्रयोग से है। निजी कंपनियां, निगम और कभी-कभी देश भी, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये किये जा रहे कार्यों और इन कार्यों के प्रभावों के संबंध में भ्रामक जानकारी प्रदान करते हैं। इस शब्द का पहली बार प्रयोग वर्ष 1986 में पर्यावरणविद् ‘जे वेस्टरवेल्ड’ द्वारा किया गया था।

5. ग्लोबल साउथ (Global South)

12-Nov-2022

यह परंपरागत रूप से अंतर-सरकारी विकास संगठनों द्वारा उपयोग किया जाने वाला एक पद है जो मुख्य रूप से द्वितीय विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्र हुए आर्थिक रूप से वंचित राष्ट्रों को संदर्भित करता है। इसमें लैटिन अमेरिका, एशिया, अफ्रीका और ओशिनिया में स्थित विकासशील और अल्प विकसित देश शामिल हैं जिन्हें प्रायः ‘तीसरी दुनिया’ के देश भी कहा जाता है।

6. अनिवार्य परिवर्तनीय वरीयता शेयर (Compulsory Convertible Preference Shares)

11-Nov-2022

वे शेयर जो इस शर्त के साथ जारी किए जाते हैं कि एक निश्चित समयावधि के बाद इन्हें इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किया जा सकता है। हाल ही में बीमा नियामक इरडा द्वारा गो डिजिट इंफोवर्क्स कंपनी द्वारा जारी किये गए अनिवार्य परिवर्तनीय वरीयता शेयरों को इक्विटी शेयरों में बदलने के प्रस्ताव को खारिज करने के कारण यह पद चर्चा में है।

7. प्रतिकूल चयन (Adverse Selection)

10-Nov-2022

प्रतिकूल चयन सामन्यत: उस स्थिति को संदर्भित करता है जब लेन-देन में एक पक्ष के पास उत्पाद या सेवा की गुणवत्ता और वैधता के संबंध में अधिक या बेहतर जानकारी होती है जिससे एक पक्ष को लाभ होता है। यह बीमा और अचल संपत्ति सहित विभिन्न उद्योगों में लेन-देन को प्रभावित कर सकता है।

8. के-शेप्ड रिकवरी (K-Shaped Recovery)

09-Nov-2022

K-शेप्ड रिकवरी से तात्पर्य मंदी आदि के बाद अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग दरों, समय या परिमाण में आर्थिक रिकवरी होने से हैं। यह विभिन्न क्षेत्रों, उद्योगों तथा समूहों में एकसमान रिकवरी के सिद्धांत के विपरीत है। यह अर्थव्यवस्था या सामाजिक संरचना में व्यापक बदलाव प्रस्तुत करती है। कोविड-19 के पश्चात विश्व की विभिन्न अर्थव्यवस्थाएं इस चरण में हैं।

9. ऑर्फ़न फसलें (Orphan Crops)

07-Nov-2022

वे फसलें जिनका अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यापार नहीं किया जाता है।साथ ही, कृषि प्रशिक्षण तथा विस्तार के अनुसंधान के संबंध में इन पर कम ध्यान दिया जाता है। इसमें मुख्य रूप से मोटे अनाजों, जैसे- बाजरा, जौ, कसावा आदि को शामिल किया जाता है। सामान्यत: ये फसलें अफ्रीका, एशिया और दक्षिण अमेरिका में उत्पादित की जाती है जिनका स्थानीय आहार के रूप में उपयोग किया जाता है।

10. ट्विन ट्रांजिशन एप्रोच (Twin Transition Approach)

05-Nov-2022

इस दृष्टिकोण के अनुसार, सतत लक्ष्यों की प्राप्ति में प्रौद्योगिकी व डाटा के लिये एक बड़ा तथा अप्रयुक्त अवसर विद्यमान है। यह दक्षता और उत्पादकता के संबंध में बड़े लाभों की प्राप्ति के लिये डिजिटलीकरण तथा सतत लक्ष्यों को पृथक करने के बजाय इनका संयोजन करती है।

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