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IMPORTANT TERMINOLOGY

पाठ्यक्रम में उल्लिखित विषयों की पारिभाषिक शब्दावलियों एवं देश-दुनिया में चर्चा में रही शब्दावलियों से परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाने का चलन तेजी से बढ़ा है। यह खंड वस्तुनिष्ठ और लिखित दोनों परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण है। शब्दावलियों से परिचय अभ्यर्थियों को कम परिश्रम से अधिक अंक लाने में मदद करता है। इस खंड में प्रतिदिन एक महत्वपूर्ण शब्दावली से परिचय कराया जाता है।

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1. रोग नेशन (Rogue Nation)

02-Nov-2020

इस शब्द का प्रयोग ऐसे देशों के लिये किया जाता है जो अंतर्राष्ट्रीय विधियों का उल्लंघन करने के साथ-साथ अन्य राष्ट्रों की सुरक्षा के लिये भी खतरा पैदा करते हैं। जिन देशों ने परमाणु अप्रसार संधि (NPT) पर हस्ताक्षर नहीं किये हैं या इस संधि से बाहर हो गए हैं, सामान्यतः ऐसे देशों के लिये इस शब्दावली का प्रयोग किया जाता है।

2. डीप स्टेट (Deep State)

31-Oct-2020

'डीप स्टेट' ऐसा शब्द है, जिसे राजनीतिक वैज्ञानिकों ने कुछ देशों के शासन तंत्र की व्याख्या करने के लिये गढ़ा है। इस तरह के देशों में शासन-प्रमुख लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित होता है किंतु वास्तविक शासन सैन्य और खुफिया सेवाओं द्वारा चलाया जाता है या उनके पूर्ण नियंत्रण में होता है।

3. लैंड पूलिंग (Land Pooling)

30-Oct-2020

लैंड पूलिंग को ‘भूमि के पुनर्समायोजन’ या ‘पुनर्गठन’ के रूप में जाना जाता है। भूमि अधिग्रहण से सम्बंधित इस रणनीति में निजी स्वामित्व वाले भूखंडों के स्वामित्व अधिकार एक नियुक्त एजेंसी को हस्तांतरित करके इन भूखंडों को समेकित किया जाता है। समेकित भूमि के कुछ हिस्सों का उपयोग एजेंसी द्वारा अवसंरचना विकास एवं बिक्री के लिये किया जाता है, जबकि मूल भूस्वामियों को उनकी सम्पत्ति के कुछ अनुपात में समेकित भूमि में नए भूखंडों के अधिकार वापस दे दिये जाते हैं। हाल ही में, केंद्र सरकार ने मास्टर प्लान- 2021 के तहत दिल्ली में आर्थिक अवसरों के सृजन एवं आवास निर्माण को बढ़ावा देने के लिये डी.डी.ए. की लैंड पूलिंग नीति को अधिसूचित किया है।

4. बैंड वेगन प्रभाव (Bandwagan effect)

29-Oct-2020

किसी वस्तु की कीमत में कमी के परिणामस्वरूप समाज के कुछ उपभोक्ताओं द्वारा उस वस्तु की अधिक मांग की जाती है, वहीं कुछ उपभोक्ता कीमत में कमी के कारण नहीं बल्कि दूसरे लोगों द्वारा उपभोग वृद्धि से प्रभावित होकर मांग में वृद्धि करते हैं, इस प्रक्रिया को 'बैंड बेगन प्रभाव' कहते हैं। यह अर्थव्यवस्था में कीमत के स्थान पर व्यवहार प्रभाव को दर्शाता है।

5. न्यायिक नैतिकता (Judicial Morality)

28-Oct-2020

न्यायिक नैतिकता, न्यायाधीशों के आचरण से सम्बंधित ऐसे मानक एवं मानदंड होते हैं, जिनका अनुपालन करने से उनकी स्वतंत्रता एवं निष्पक्षता बनी रह सकती है तथा वे अनौचित्य (Impropriety) से बच सकते हैं। 'द रीस्टेटमेंट ऑफ़ वैल्यू ऑफ़ ज्यूडिशियल लाइफ' नामक चार्टर में न्यायिक नैतिकता से सम्बंधित सिद्धांतों को संहिताबद्ध किया गया है।

6. ग्लोबल कॉमंस (Global Commons)

27-Oct-2020

ग्लोबल कॉमंस, साझा वैश्विक संसाधनों को कहते हैं। इन संसाधनों पर किसी व्यक्ति या राज्य का व्यक्तिगत दावा नहीं हो सकता क्योंकि ये मानव जाति की साझी विरासत हैं। इनमें महासागर, वायुमंडल, बाह्य अंतरिक्ष, अंटार्कटिका इत्यादि सांसधन शामिल हैं। इंटरनेट या साइबरस्पेस को भी ग्लोबल कॉमंस के अंतर्गत शामिल किया जा सकता है।

7. ब्लाइंड मर्डर (Blind Murder)

26-Oct-2020

ब्लाइंड मर्डर वे हत्याएँ होती हैं जिनमें पुलिस के पास हत्यारे के विरुद्ध कोई सबूत न होने की वजह से वह कानून की गिरफ्त से बच जाता है।

प्रत्येक वर्ष अनेक हत्याएँ ब्लाइंड मर्डर के रूप में दर्ज की जाती हैं, जो राज्य की जाँच एजेंसियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं।

राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के अनुसार, वर्ष 2019 में 1339 हत्याओं को पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर माना है।

8. गुपकर घोषणापत्र (Gupkar Declaration)

24-Oct-2020

‘गुपकर घोषणा’ जम्मू और कश्मीर की ‘विशेष स्थिति’ की पुनर्बहाली हेतु संघर्ष के लिये एक संकल्प प्रस्ताव है, जिसे पहली बार नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख के निवास पर 4 अगस्त, 2019 को सर्वदलीय (जम्मू-कश्मीर के छ: प्रमुख दलों) बैठक के बाद जारी किया गया था। इस प्रस्ताव में कहा गया था कि सभी छ: दल सर्वसम्मति से जम्मू-कश्मीर की पहचान, स्वयत्तता और विशेष दर्जे की रक्षा के लिये एकजुट रहेंगे।

एन.सी. प्रमुख के निवास स्थल का नाम गुपकर होने के कारण इसे 'गुपकर घोषणा' कहा गया।

9. सर्किट ब्रेकर (Circuit Breaker)

23-Oct-2020

सर्किट ब्रेकर, शेयर बाज़ार में अत्यधिक उतार-चढ़ाव एवं सट्टेबाज़ी को रोकने की एक प्रणाली है। इसे सेबी द्वारा उस स्थिति में लागू किया जाता है, जब शेयर बाज़ार में उतार-चढ़ाव एक निश्चित सीमा से अधिक हो, ऐसी स्थिति में शेयरो की बिक्री कुछ समय के लिये रोक दी जाती है।

10. सामाजिक पूंजी (Social Capital)

22-Oct-2020

सामाजिक पूंजी की अवधारणा का प्रयोग सर्वप्रथम 'जेम्स कोलमैन' ने परिवार, व्यक्ति एवं समुदाय के बीच सम्बंधों को स्पष्ट करने के लिये किया था।

सामाजिक पूंजी साझा मूल्यों का एक पुंज (Set) है, जो व्यक्तियों को सामान्य उद्देश्य की प्राप्ति हेतु एक समूह में मिलकर रहने के लिये प्रेरित करते हैं। सामाजिक पूंजी का निर्माण समाज में व्याप्त नियमों, प्रतिमानों तथा मूल्यों के अनुसार होता हैं। परिवार, नातेदारी, स्थानीय संस्कृति तथा सामुदायिक भावना के द्वारा सामाजिक पूंजी की रचना होती है, जो लोगों के जीवन को संचालित करती है।



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