(प्रारंभिक परीक्षा- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2 व 3: सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप, आपदा और आपदा प्रबंधन)
संदर्भ
हाल ही में, प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाली आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने ‘वायुमंडल और जलवायु अनुसंधान-मॉडलिंग प्रेक्षण प्रणाली एवं सेवाएँ’ (Atmosphere & Climate Research-Modelling Observing Systems & Services – ACROSS) नामक एक अंब्रेला योजना को जारी रखने की मंजूरी दी है।
एक्रोस योजना
उप-योजनाएँ व संबंधित संस्थान
‘एक्रॉस योजना’ में शामिल सभी आठों उप-योजनाएँ बहुआयामी प्रकृति की हैं। ये सभी आठों उप-योजनाएँ व इन्हें क्रियान्वित करने वाले संस्थान निम्नानुसार हैं–
क्रम सं. |
उप-योजनाएँ |
संबंधित संस्थान |
1. |
पॉलैरिमेट्रिक डॉपलर मौसम रडार की स्थापना |
आई.एम.डी. |
2. |
पूर्वानुमान प्रणाली का उन्नयन |
आई.एम.डी. |
3. |
मौसम एवं जलवायु से जुड़ी सेवाएँ |
आई.एम.डी. |
4. |
वायुमंडलीय प्रेक्षण नेटवर्क |
आई.एम.डी. |
5. |
मौसम एवं जलवायु की संख्यात्मक मॉडलिंग |
एन.सी.एम.आर.डब्ल्यू.एफ. |
6. |
मानसून मिशन-III |
आई.एम.डी., आई.आई.टी.एम., एन.सी.एम.आर.डब्ल्यू.एफ. और आई.एन.सी.ओ.आई.एस. |
7. |
मानसून संवहन, बादल और जलवायु परिवर्तन |
आई.आई.टी.एम., एन.सी.एम.आर.डब्ल्यू.एफ. और आई.एम.डी. |
8. |
उच्च प्रदर्शन वाली कंप्यूटिंग प्रणाली |
आई.आई.टी.एम. और एन.सी.एम.आर.डब्ल्यू.एफ. |
प्रमुख लाभ