प्रारंभिक परीक्षा – चीता एवं चेतक हेलीकॉप्टर मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
भारतीय सेना 2027 से चीता एवं चेतक हेलीकॉप्टरों को चरणबद्ध तरीके से हटाना शुरू करेगी।
प्रमुख बिंदु
- चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों की जगह स्वदेशी लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों (LUH) को शामिल करने की योजना है।
- नवंबर 2021 में रक्षा अधिग्रहण परिषद ने लगभग ₹1,500 करोड़ की लागत से स्वदेशी लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टरों (LUH) के 12 सीमित श्रृंखला उत्पादन (LSP) वेरिएंट की खरीद को मंजूरी दी।
- भारयीय सेना के पास वर्तमान में 246 चीता, चेतक और चीतल हेलीकॉप्टर हैं।
- भारतीय सेना के अलावा नौसेना और वायुसेना भी इन हेलीकॉप्टरों का प्रयोग करती हैं।
लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH)
- एचएएल लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (HAL Light Utility Helicopter) भारत की हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा विकासाधीन एकल इंजन वाला हल्का हेलीकॉप्टर है।
- इसकी पहली उड़ान 6 सितंबर 2016 को बेंगलुरु में हुई।
- लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (LUH) एक 3-टन वर्ग का हेलीकॉप्टर है।
- लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर का प्रयोग टोही, निगरानी भूमिकाओं के लिए और परिवहन के लिए किया जा सकता है।
- एचएएल (HAL) के अनुसार, हेलीकॉप्टर 6.5 किमी की सर्विस सीलिंग और 400 किलोग्राम पेलोड के साथ 350 किमी की रेंज के साथ 220 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम है।
चीता हेलीकॉप्टर (Cheetah helicopters)
- चीता हेलीकॉप्टर को फ्रांस की कंपनी एरोस्पेटियैल के साथ HAL ने मिलकर बनाया है।
- चीता हेलीकॉप्टर को भारतीय सेना में 1976-77 में शामिल किया गया था।
- पांच सीटों वाले इस हेलीकॉप्टर में सिर्फ एक इंजन है।
- यह हेलीकॉप्टर बेहद ऊंचाई पर उड़ान भरने में विश्व रिकॉर्ड बना चुका है। 21 जून 1972 को इसने 12,442 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भरकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
- चीता हेलीकॉप्टर एकल टर्बोमेका आर्टौस्टे III बी टर्बो शाफ्ट इंजन द्वारा संचालित है।
- अपने उत्कृष्ट शक्ति-भार अनुपात के कारण चीता गर्म उष्णकटिबंधीय मौसम और उच्च ऊंचाई पर मिशनों को संचालन के लिए सबसे उपयुक्त हेलीकाप्टरों में से एक है।
- हेलीकॉप्टर का उपयोग निम्नलिखित भूमिकाओं के लिए किया जा सकता है:-
- यात्री परिवहन (Passenger Transport)
- रसद सहायता (कार्गो/सामग्री परिवहन) (Logistics Support (Cargo / Material Transport)
- हताहत निकासी (Casualty Evacuation)
- खोज एवं बचाव ऑपरेशन (Search & Rescue operations)
- सैनिक परीक्षण (Reconnaissance)
- स्लंग ऑपरेशंस के तहत (Under slung Operations)
चेतक हेलीकॉप्टर (Chetak helicopters)
- चेतक हेलीकॉप्टर भारतीय वायु सेना के पास सबसे पुरानी ऑपरेशनल फ्लाइंग मशीन है।
- इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने फ्रांस के साथ लाइसेंस समझौते के तहत बनाया है।
- चेतक हेलीकॉप्टर को 1962 में भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था।
- चेतक (Chetak Helicopter) का इस्तेमाल ऑपरेशन खुखरी में किया गया था, जो सियरा लियोन (UNAMSIL) में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन में शुरू किया गया एक बहुराष्ट्रीय ऑपरेशन था, जिसमें भारत, घाना, ब्रिटेन और नाइजीरिया शामिल थे।
- चेतक हेलीकॉप्टर (Chetak Helicopter) को आवागमन, माल / माल परिवहन, हताहत निकासी, खोज और बचाव (एसएआर), हवाई सर्वेक्षण और पैट्रोलिंग, आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं, ऑफ-तट संचालन और अंडर स्लंग संचालन के लिए प्रयोग में लाया जाता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- चीता हेलीकॉप्टर को फ्रांस की कंपनी एरोस्पेटियैल के साथ HAL ने मिलकर बनाया है।
- सेना 2027 से चीता एवं चेतक हेलीकॉप्टरों को चरणबद्ध तरीके से हटाना शुरू करेगी।
- चेतक हेलीकॉप्टर को 1962 में भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : परिवहन में हेलीकॉप्टरों के रणनीतिक महत्त्व का उल्लेख कीजिए।
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स्रोत: the hindu