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पाकिस्तान में चीन द्वारा परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए -   समसामयिकी
मुख्य परीक्षा के लिए – सामान्य अधययन, पेपर-2

संदर्भ-

  • पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 14 जुलाई 2023 को पंजाब प्रांत में चीन की सहायता से बनाए जा रहे 1200 मेगावाट के परमाणु ऊर्जा संयंत्र का शुभारंभ किया।

मुख्य बिंदु-

  • प्रधानमंत्री शरीफ ने चीन के साथ 3.5 बिलियन डॉलर का एक समझौता किया था, जिसके तहत चीन पंजाब के मियांवाली जिले के चश्मा में 'चश्मा-5 परमाणु ऊर्जा संयंत्र' का निर्माण करेगा।
  • पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने परमाणु ऊर्जा संयंत्र समझौते पर हस्ताक्षर को पाकिस्तान और चीन के बीच बढ़ते आर्थिक सहयोग का प्रतीक बताया था।
  • श्री शरीफ ने कहा, "चश्मा-5 परमाणु ऊर्जा परियोजना, जो अपने आप में एक बड़ा मील का पत्थर है, एक बड़ी सफलता की कहानी और दो महान मित्रों के बीच सहयोग का एक अद्भुत प्रतीक है।"
  • चश्मा बिजली संयंत्रों को सस्ती परमाणु ऊर्जा के उत्पादन में महत्वपूर्ण माना जाता है। पाकिस्तान परमाणु ऊर्जा आयोग के अनुसार, मौजूदा चार बिजली संयंत्रों की स्थापित क्षमता 1,330 मेगावाट है।
  • पाकिस्तान में स्थित  'कराची परमाणु ऊर्जा संयंत्र (KANUPP 2 और 3)' की क्षमता 2,290 है।
  • इस अवसर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ समझौते के बारे में भी बात की जिसके तहत  डिफ़ॉल्ट के खतरे को टाल दिया गया और आर्थिक कठिनाइयों से निपटने में पाकिस्तान की मदद करने में चीन की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?

(a) पाकिस्तान में चश्मा-5 परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है।

 (b) इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण चीन द्वारा किया जा रहा है।

(c) यह परमाणु संयंत्र सिंध प्रांत में स्थित है।

(d) इसके अतिरिक्त कराची में भी परमाणु ऊर्जा संयंत्र हैं।

उत्तर - (c)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न - क्या आप सहमत हैं कि चीन द्वारा पाकिस्तान में परमाणु ऊर्जा संयंत्र का निर्माण भारत के लिए चिंता का कारण बन सकता है? मूल्यांकन कीजिए।

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