हाल ही में चेन्नई में एक सब-इंस्पेक्टर सहित चार पुलिस कर्मियों को ओरंगुटान तस्करी में शामिल लोगों के एक समूह को छोड़ देने के कारण निलंबित कर दिया गया।
ओरंगुटान
ओरंगुटान केवल बोर्नियो और सुमात्रा के द्वीपों पर जंगलों में पाए जातेहैं।
ये पेड़ों पर रहने वाला सबसे भारी जानवर हैं।
वर्तमान समय में ऑरंगुटान की 3 प्रजातियां पाई जाती हैं -
बोर्नियन ओरंगुटान (पोंगो पाइग्मेयस)
सुमात्रन ओरंगुटन (पोंगो एबेली)
तपनौली ऑरंगुटन (पोंगो तपनुलिएन्सिस)
ओरंगुटन्स की भुजाएं उनके शरीर से अधिक लंबी होती हैं।
वे लीची, मैंगोस्टीन और अंजीर जैसे जंगली फलों को खाते हैं और पेड़ों के छिद्रों से पानी पीते हैं।
ओरंगुटान लगभग 50 साल तक जीवित रहते हैं, लेकिन उनकी प्रजनन दर अपेक्षाकृत कम होती है क्योंकि मादा प्रत्येक 5-10 वर्ष में केवल एक बार ओरंगुटान को जन्म देती हैं।
वनों की कटाई और शिकार ओरंगुटान के लिए सबसे बड़े खतरे हैं।
इन्हें IUCN की रेडलिस्ट में गंभीर रूप से संकटग्रस्त(critically endangered) के रूप में सूचीबद्ध किया गया है।
ओरंगुटान, वन्य जीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (CITES) के परिशिष्ट - I में शामिल हैं।