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IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

प्रधानमंत्री की फ्रांस यात्रा 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए -  राफेल जेट,  स्कॉर्पीन पनडुब्बी,तृष्णा,जैतपुर, शेंगेन वीजा, लीजन ऑफ ऑनर,बास्तिल दुर्ग
मुख्य परीक्षा के लिए - सामान्य अध्ययन , पेपर- 2

संदर्भ-

  • 14 जुलाई 2023 को फ्रांसीसी क्रांति के दौरान 14 जुलाई, 1789 को  'बास्तील किला' पर हुए हमले की वर्षगांठ मनाई गई, जो भारतीय और फ्रांसीसी संविधान के केंद्रीय विषय 'स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे' के लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक है।
  • प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस के बास्तील दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर 13 जुलाई 2023 को फ्रांस पहुंचे।
  • यह यात्रा भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के जश्न का भी प्रतीक है।
  • प्रधानमंत्री मोदी को बास्तील दिवस परेड पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था ।
  • पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह 2009 में बास्तील दिवस समारोह में शामिल हुए थे, जब उन्हें फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने आमंत्रित किया था।

भारतीय सैन्य दल -

  • भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर तीनों सैन्य बल के 241 सदस्यों ने एक सैन्य बैंड के साथ भाग लिया।
  • भारतीय सेना की टुकड़ी का नेतृत्व राजपूताना राइफल्स रेजिमेंट के साथ पंजाब रेजिमेंट ने किया।
  • भारतीय वायु सेना के राफेल जेट परेड के दौरान हासीमारा के 101 स्क्वाड्रन फ्लाईपास्ट का हिस्सा बने।

भारत-फ्रांस के मजबूत संबंधों का आधार -  

  • प्रधानमंत्री  मोदी ने 14 जुलाई 2023 को  फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ मिलकर अंतरिक्ष, सांस्कृतिक एवं  पर्यावरण से लेकर डिजिटल प्रौद्योगिकी तक सभी क्षेत्रों में 25 साल का एक विज़न रोडमैप लॉन्च किया।
  • द्विपक्षीय संबंधों के रोडमैप के तीन आधार  स्तंभ हैं - सुरक्षा और संप्रभुता के लिए साझेदारी, विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी के लिए साझेदारी, लोगों के लिए साझेदारी

1. सुरक्षा, संप्रभुता के लिए साझेदारी

  • चूंकि प्रधान मंत्री की यात्रा भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाती है, इसलिए 'विजन स्टेटमेंट 2047' में भारत की आजादी की 100वीं वर्षगांठ के साथ, अगले 25 वर्षों के लिए रास्ता तय करने का अवसर होगा।
  • दोनों देशों ने अपनी रणनीतिक साझेदारी  भारत के परमाणु परीक्षणों के तुरंत बाद शुरू की, जब अधिकांश पश्चिमी देशों  ने भारत से रिश्ता तोड़ लिया था।
  •  फ्रांस 1998 में परमाणु परीक्षण के बाद भारत के रणनीतिक महत्व को पहचानने वाला पहला देश था। फ्रांस के साथ साझेदारी यूरोप में भारत की सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदारी है।
  • जैसे ही  'तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट' के लिए 'GE F414 जेट इंजन' के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण पर यूएस-भारत सौदे की चर्चा तेज हुई, फ्रांसीसियों ने अपना खुद का 'सफरान इंजन' पेश किया जो पूरी तरह से भारत में बनाया जाएगा। जबकि अमेरिकी प्रस्ताव, जिसने भारत-अमेरिका रक्षा संबंधों में एक बड़ी सफलता का संकेत दिया, में प्रौद्योगिकी के एक महत्वपूर्ण हिस्से का हस्तांतरण शामिल नहीं है।
  • भारतीय वायुसेना के लिए 36 राफेल जेट की समय पर डिलीवरी और P75 कार्यक्रम (6 स्कॉर्पीन पनडुब्बियों) की सफलता के बाद, लड़ाकू जेट और पनडुब्बियों पर सहयोग जारी रखना। 
  • 13 जुलाई 2023 को एक महत्वपूर्ण निर्णय में, रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) ने भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल समुद्री विमान और तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी।
  • जुड़वां इंजन वाले राफेल एम को विशेष रूप से 40,000 टन वर्ग के विमान वाहक से संचालित करने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • राफेल एम विमान संबंधित सहायक उपकरण, हथियार, सिम्युलेटर, स्पेयर, दस्तावेज़ीकरण, चालक दल प्रशिक्षण और रसद समर्थन के साथ आएगा। फ्रांसीसी सरकार से उनकी खरीद अंतर-सरकारी समझौते (IGA) के आधार पर होती है।
  • अगले कुछ वर्षों में मिग-29 Ks को चरणबद्ध तरीके से समाप्त किए जाने की योजना के साथ, इन विमानों की खरीद नौसेना के विमान वाहक, आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत के लिए एक अंतरिम व्यवस्था है, जब तक कि वह स्वदेशी डबल इंजन डेक-आधारित लड़ाकू (TEDBF) प्राप्त नहीं कर लेती। जो वर्तमान में डीआरडीओ के तहत एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा विकासाधीन है।
  • तीन अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों को प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत  खरीदा जाएगा और इसका निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा किया जाएगा।
  • एमडीएल नौसेना समूह से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के तहत 'प्रोजेक्ट-75' के तहत छह स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों का निर्माण कर रहा है, जो अक्टूबर 2005 में हस्ताक्षरित 3.75 बिलियन डॉलर का सौदा था। 
  • इस परियोजना के तहत पांचवीं पनडुब्बी, आईएनएस वागिर,  जनवरी 2023 में चालू की गई थी। अन्य - आईएनएस कलवरी, आईएनएस खंडेरी, आईएनएस करंज और आईएनएस वेला को 2017 और 2021 के बीच चालू किया गया था।  मई 2023 में, छठी पनडुब्बी वाग्शीर ने अपना समुद्री परीक्षण शुरू किया।
  • भारत-फ्रांस संबंधों में सह-उत्पादन के बजाय सह-विकास पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा ।

    2. अंतरिक्ष-

    • फ्रांस के CNES और भारत के इसरो के बीच कई समझौतों के माध्यम से वैज्ञानिक और वाणिज्यिक साझेदारी को बढ़ाया जा रहा है, विशेष रूप से पुन: प्रयोज्य लॉन्चरों के संबंध में।  'संयुक्त पृथ्वी अवलोकन उपग्रह( तृष्णा )'को अंतिम रूप देना, हिंद महासागर में समुद्री निगरानी उपग्रहों के समूह का पहला चरण और टकराव के जोखिम के खिलाफ कक्षा में भारत-फ्रांसीसी उपग्रहों की सुरक्षा।

    3. नागरिक परमाणु ऊर्जा-

    • दोनों पक्षों ने जैतपुर में 6- EPR बिजली संयंत्र परियोजना पर प्रगति का स्वागत किया। उन्होंने छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों और उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों पर एक सहयोग कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया।

    4. इंडो-पैसिफिक

    • इंडो-पैसिफिक में संयुक्त कार्रवाई के लिए एक रोडमैप को अपनाना, जिसमें क्षेत्र के लिए हमारी व्यापक रणनीति के सभी पहलुओं को शामिल किया गया हो।
    • तृतीय दुनिया ( तीसरे देशों) के लिए एक 'इंडो-फ़्रेंच विकास निधि' को अंतिम रूप देने पर काम करें, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सतत विकास परियोजनाओं के संयुक्त वित्त पोषण को सक्षम करेगा।

    5. आतंकवाद-निरोध

    • फ्रांस के GIGN और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के बीच सहयोग को मजबूत करना।

    6. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी-

    • अत्याधुनिक डिजिटल प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से सुपरकंप्यूटिंग, क्लाउड कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और क्वांटम कंप्यूटिंग पर सहयोग को मजबूत करना।

    7. नागरिक उड्डयन -

    • फ्रांस और भारत के बीच मार्गों के विस्तार का समर्थन करने के लिए नागरिक उड्डयन में समझौते पर हस्ताक्षर।

    8. ग्रहों के संदर्भ में साझेदारी, वैश्विक मुद्दे

    9. प्लास्टिक प्रदूषण -

    • प्लास्टिक उत्पादों के पूरे जीवन चक्र के दौरान प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए एक 'अंतरराष्ट्रीय संधि' को अपनाने की प्रतिबद्धता।

    10. स्वास्थ्य -

    • 'वन हेल्थ' दृष्टिकोण के हिस्से के रूप में अस्पतालों, चिकित्सा अनुसंधान, डिजिटल प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सूक्ष्म जीवाणु प्रतिरोध का मुकाबला करने में सहयोग की संरचना के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा के आशय पत्र पर हस्ताक्षर।

    11.छात्र गतिशीलता -

    • 2030 तक फ्रांस में 30,000 भारतीय छात्रों का स्वागत करने का नया लक्ष्य। 
    • फ्रांस के एक विश्वविद्यालय में अध्ययन कर चुके मास्टर डिग्री वाले भारतीय छात्रों के लिए 5 साल का अल्पकालिक 'शेंजेन वीजा' जारी करना।

    12. प्रवासी भारतीय -

    • पेरिस में भारतीय समुदाय के सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि फ्रांस में भारत के 'यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस'- या यूपीआई - के उपयोग के लिए एक समझौता हुआ है।

    13. कूटनीति -

    • मार्सिले में भारत का वाणिज्य दूतावास और हैदराबाद में ब्यूरो डी फ्रांस खोलने की घोषणा की गई।

    14.अनुसंधान -

    •  फ्रांस और भारत मिलकर नई परियोजनाओं को वित्तपोषित करने के लिए 'इंडो-फ्रेंच सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ एडवांस्ड रिसर्च' (IFCPAR/CEFIPRA) की फंडिंग बढ़ाएंगे।

    15. खेल -

    • विशेष रूप से प्रमुख आगामी खेल आयोजनों को ध्यान में रखते हुए, इस क्षेत्र में सहयोग की संरचना के लिए आशय पत्र पर हस्ताक्षर।

    16. नागरिक समाज

    • 2025 तक भारत और फ्रांस में एकजुटता और नागरिक सेवा के अंतर्राष्ट्रीय स्वयंसेवकों की संख्या दोगुनी करने का उद्देश्य।

    ग्लोबल साउथ-

    • प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ग्लोबल साउथ जिन आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहा है, उसे लेकर ग्लोबल साउथ में "पीड़ा की भावना" है। 
    • उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की अपील की और कहा, “संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद दुनिया के लिए बोलने का दावा कैसे कर सकती है जब इसका सबसे अधिक आबादी वाला देश और इसका सबसे बड़ा लोकतंत्र इसका स्थायी सदस्य नहीं है? ”। 
    • ग्लोबल साउथ आगामी  जी20 शिखर सम्मेलन  में भारत की कूटनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनकर उभरा है जिसकी मेजबानी भारत सितंबर 2023 में करेगा।
    •  भारत ग्लोबल साउथ के मुद्दे का समर्थन कर रहा है क्योंकि कम विकसित अर्थव्यवस्थाओं को आर्थिक मामलों के प्रबंधन में एक कठिन कार्य का सामना करना पड़ रहा है, जो यूक्रेन संकट और उसके साथ जुड़े कमोडिटी संकट की पृष्ठभूमि में प्रभावित हुआ है।

      लीजन ऑफ ऑनर क्या है-

    • 'नेशनल ऑर्डर ऑफ लीजन ऑफ ऑनर'  या ' लीजन ऑफ ऑनर' नागरिक और सैन्य दोनों में सर्वोच्च फ्रांसीसी सम्मान है और दुनिया में सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय सम्मानों में से एक है।
    • यह पुरस्कार  1802 में नेपोलियन बोनापार्ट द्वारा स्थापित किया गया था।
    • इस पुरस्कार  का आदर्श वाक्य ऑनूर एट पैट्री, फ्रेंच फॉर ऑनर और फादरलैंड है।

    प्रधानमंत्री मोदी को कौन- सा पुरस्कार मिला है-

    • लीजन ऑफ ऑनर में बढ़ती विशिष्टता की पांच डिग्री है ;तीन रैंक-  शेवेलियर (नाइट), ऑफिसर (अधिकारी) और कमांडर (कमांडर) तथा  दो उपाधियाँ - ग्रैंड ऑफिसर और ग्रैंड-क्रॉइक्स (ग्रैंड क्रॉस)
    • 13 जुलाई 2023 को प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक और सैन्य सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ़ लीजन ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया। वह यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय पीएम हैं।

    बस्तील घटना-

    • फ्रांसीसी क्रांति के दौरान 14 जुलाई 1789 को पेरिस की भीड़ ने बास्तील के क़िले पर पर हमला कर दरवाजा तोड़ दिया और कैदियों को मुक्त कर दिया। बास्तील का पतन एक युगांतकारी घटना थी जो निरंकुशता का पतन एवं जनता की विजय का प्रतीक थी। वास्तव में यह क्रांति का उद्घोष था और इसीलिए फ्रांस में 14 जुलाई को स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है।

    प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न : निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-

    1. प्रधानमंत्री मोदी को फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक और सैन्य सम्मान 'ग्रैंड क्रॉस ऑफ़ द लीजन ऑफ ऑनर' से सम्मानित किया गया।
    2. यह पुरस्कार 1802 में नेपोलियन बोनापार्ट द्वारा स्थापित किया गया था।
    3. पूर्व प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरु भी बास्तील दिवस समारोह में शामिल हुए थे।

    उपर्युक्त में से कितना/कितने कथन सही है/हैं ?
    (a) केवल एक
    (b) केवल दो
    (c) सभी तीनों
    (d) कोई नहीं

    उत्तर- (b)

    मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न - भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का आलोचनात्मक परीक्षण कीजिए ।

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