New
IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

आंध्र प्रदेश में मिला रेयर-अर्थ डिपॉजिट 

प्रारंभिक परीक्षा: दुर्लभ पृथ्वी तत्व।
मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 -  ऊर्जा।

संदर्भ 

  • हाल ही में, राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान (NGRI) के वैज्ञानिकों ने आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में दुर्लभ-पृथ्वी तत्वों (rare-earth elements (REEs)) की उपस्थिति की खोज की है।

दुर्लभ-पृथ्वी तत्व (rare-earth elements (REEs))

  • दुर्लभ-पृथ्वी तत्व (REE) 17 तत्वों का एक समूह है, जिसमें लैंथेनम, सेरियम, प्रेजोडायमियम, नियोडिमियम, येट्रियम, हेफ़नियम, टैंटलम, निओबियम, ज़िरकोनियम और स्कैंडियम आदि शामिल हैं।
  • इन तत्वों के अद्वितीय चुंबकीय, ऑप्टिकल और उत्प्रेरक गुणों के कारण इनका व्यापक रूप से विभिन्न आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में उपयोग किया जाता है, जैसे स्मार्टफोन, कंप्यूटर, जेट विमान आदि में।
  • इसका उपयोग इमेजिंग, एयरोस्पेस और रक्षा औद्योगिक जैसे क्षेत्रों में भी संभव है।

SHORE प्रोजेक्ट और REEs की खोज

  • यह खोज काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (CSIR) द्वारा 'शैलो सबसर्फेस इमेजिंग ऑफ इंडिया फॉर रिसोर्स एक्सप्लोरेशन' (SHORE) नामक एक परियोजना के तहत वित्त पोषित एक अध्ययन का हिस्सा थी।
  • NGRI के वैज्ञानिकों ने "संपूर्ण रॉक विश्लेषण" में REE की समृद्ध मात्रा पाई।
  • कम से कम एक किलोमीटर गहराई तक ड्रिलिंग करने से तत्वों की भूमिगत उपस्थिति की स्थिरता का पता लगाने में मदद मिलेगी।

खोज का महत्व

  • आंध्रप्रदेश के अनंतपुर जिले में REE की खोज महत्वपूर्ण है क्योंकि दुनिया भर में इन तत्त्वों की उच्च मांग है, परंतु इनकी आपूर्ति सीमित है।
  • REE अपनी बढ़ती मांग और सीमित आपूर्ति के कारण भू-राजनीतिक चिंता का विषय बन गए हैं।
  • चीन वर्तमान में दुर्लभ-पृथ्वी तत्वों (REE) का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है, जो वैश्विक उत्पादन के 80% से अधिक के लिए जिम्मेदार है।
  • देश में REE के महत्वपूर्ण भंडार हैं और इसके खनन के लिए भारी निवेश किए जा रहे हैं।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR