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IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

प्राकृतिक गैस मूल्‍य निर्धारण के संशोधित दिशा-निर्देश 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए - प्राकृतिक गैस
मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 2 – सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय

सन्दर्भ 

  • हाल ही में, आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति द्वारा ओएनजीसी/ओआईएल के नामांकन क्षेत्रों, नई अन्वेषण लाइसेंसिंग नीति (एनईएलपी) ब्लॉकों और पूर्व-एनईएलपी ब्लॉकों से उत्पादित गैस के लिए संशोधित घरेलू प्राकृतिक गैस मूल्य निर्धारण दिशानिर्देशों को मंजूरी प्रदान की गयी।

संशोधित दिशानिर्देश 

  • ओएनजीसी और ओआईएल द्वारा उनके नामांकन ब्लॉकों से उत्पादित गैस के लिए प्रशासित मूल्य निर्धारण तंत्र (APM) मूल्य एक न्यूनतम और उच्चतम सीमा के अधीन होगा। 
  • प्राकृतिक गैस की कीमत भारतीय क्रूड बास्केट के मासिक औसत का 10 प्रतिशत होगी और इसे मासिक आधार पर अधिसूचित किया जाएगा।
  • ओएनजीसी और ओआईएल के नामांकन क्षेत्रों में नए कुओं से उत्पादित गैस को APM मूल्य से 20 प्रतिशत प्रीमियम दिया जाएगा।
  • नए दिशानिर्देशों का उद्देश्य घरेलू गैस उपभोक्ताओं के लिए स्थिर मूल्य निर्धारण व्यवस्था सुनिश्चित करना है साथ ही उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन के साथ उत्पादकों को बाजार के प्रतिकूल उतार-चढ़ाव से पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करना है।

सुधारों का लाभ 

  • ये सुधार प्राकृतिक गैस के उपयोग को बढ़ाने में मदद करेंगे और उत्सर्जन को नेट जीरो तक कम करने के लक्ष्य को प्राप्त करने में योगदान देंगे।
  • इन सुधारों से घरों में पाइप्ड नेचुरल गैस और ट्रांसपोर्टेशन के लिए कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) की लागत में कमी आएगी।
    • घटी हुई कीमतों से उर्वरकों पर सब्सिडी का बोझ भी कम होगा और घरेलू बिजली क्षेत्र को मदद मिलेगी।
  • न्यूनतम गैस कीमतों के प्रावधान के साथ-साथ नए कुओं के लिए 20 प्रतिशत प्रीमियम का प्रावधान ओएनजीसी और ओआईएल को अपस्ट्रीम क्षेत्र में अतिरिक्त दीर्घकालिक निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
    • इससे प्राकृतिक गैस के उत्पादन में वृद्धि होगी, जिससे जीवाश्म ईंधन पर आयात निर्भरता कम होगी।
  • संशोधित मूल्य निर्धारण दिशानिर्देश गैस आधारित अर्थव्यवस्था के विकास के माध्यम से कार्बन फुटप्रिंट्स में कमी को भी प्रोत्साहित करेंगे।
  • सरकार का लक्ष्य 2030 तक भारत के प्राथमिक ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी वर्तमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करना है।

प्राकृतिक गैस

natural-gas

  • प्राकृतिक गैस एक रंगहीन, गंधहीन पर्यावरण अनुकूल ऊर्जा स्रोत है।
  • यह एक जीवाश्म ईंधन स्रोत है जिसमें मुख्य रूप से मीथेन होता है।
  • प्राकृतिक गैस उपलब्ध जीवाश्म ईंधनों में सबसे स्वच्छ जीवाश्म ईंधन है।
  • इसका उपयोग उर्वरकों, प्लास्टिक और अन्य व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण कार्बनिक रसायनों के निर्माण में फीडस्टॉक के रूप में किया जाता है और साथ ही बिजली उत्पादन, औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों में हीटिंग उद्देश्य के लिए ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
  • घरों में खाना पकाने और वाहनों के लिए परिवहन ईंधन के लिए भी प्राकृतिक गैस का उपयोग किया जाता है।
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