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 सऊदी अरब SCO सदस्य बनने के लिए तैयार 

प्रारम्भिक परीक्षा: शंघाई सहयोग संगठन
मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र:2- द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार। 

संदर्भ 

  • हाल ही में, सऊदी अरब ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में "डायलॉग पार्टनर" के रूप में शामिल होने का निर्णय लिया है। 

महत्त्वपूर्ण बिन्दु 

  • दरअसल डायलॉग पार्टनर का दर्जा हासिल करना SCO की पूर्ण सदस्यता प्राप्त करने की पहली शर्त होती है ।
  • सऊदी अरब ने SCO में शामिल होने का ऐलान ऐसे समय पर किया है
    • जब चीनी राष्‍ट्रपति की मध्यस्थता में कुछ ही समय पूर्व सऊदी अरब और ईरान के मध्य एक समझौता हुआ था ।
    • तो वहीं अमेरिका ने कुछ समय पूर्व सऊदी अरब की नई नीति को लेकर सुरक्षा चिंता जताई थी।
  • यह निर्णय सऊदी तेल कंपनी अरामको द्वारा चीन में निवेश बढ़ाने की घोषणा के बाद किया गया
    • जिसमें पूर्वोत्तर चीन में एक निजी स्वामित्व वाले पेट्रोकेमिकल समूह में हिस्सेदारी हासिल करना शामिल है।
  • रियाद और बीजिंग के बीच बढ़ते संबंधों ने वाशिंगटन में चिंता पैदा कर दी है, जो चीनी प्रभाव को अमेरिकी हितों के लिए खतरे के रूप में देखता है।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO)

  • यह एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।

स्थापना

  • जून 2001 में शंघाई(चीन) में किया गया था।

एससीओ के सदस्य

  • SCO के गठन से पहले शंघाई-5 नाम का एक संगठन था।
    • चीन 
    • रूस
    • किर्गिज़स्तान
    • कज़ाखस्तान
    • ताजिकिस्तान
  • वर्ष 2001 में उज़्बेकिस्तान के शामिल होने के बाद शंघाई-5 का नाम बदलकर शंघाई सहयोग संगठन कर दिया गया।
  • वर्ष 2017 में भारत तथा पाकिस्तान को इस संगठन का सदस्य बनाया गया।
  • वर्ष 2021 में ईरान को पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया और इस प्रकार अब कुल 8 पूर्णकालिक सदस्य हैं ।  
  • वर्तमान में पर्यवेक्षक देशों में मिस्र और कतर शामिल हैं।

SCO की आधिकारिक भाषा 

  • रूसी तथा मंडारिन हैं।

मुख्य लक्ष्य

इसका मुख्य लक्ष्य वर्ष 2002 में सेंट पीटर्सबर्ग में इसके चार्टर में अपनाया गया था :

  • सदस्‍य देशों के बीच परस्‍पर विश्‍वास और पड़ोस को मजबूत करना। 
  • राजनीति, व्यापार, अर्थव्यवस्था, अनुसंधान और प्रौद्योगिकी और संस्कृति के साथ-साथ शिक्षा, ऊर्जा, परिवहन, पर्यटन, पर्यावरण संरक्षण और अन्य क्षेत्रों में उनके प्रभावी सहयोग को बढ़ावा देना। 
  • क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने और सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रयास करना। 
  • एक लोकतांत्रिक, निष्पक्ष और तर्कसंगत नई अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था की स्थापना की दिशा में आगे बढ़ना।

संरचना 

इसके के दो स्थायी निकाय हैं –

  • बीजिंग में SCO सचिवालय।
  • ताशकंद में क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी संरचना की कार्यकारी समिति।
  • राष्ट्राध्यक्षों की परिषद् शंघाई सहयोग संगठन में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है, यह SCO शिखर सम्मलेन में बैठक करती है।
  • सरकार के प्रमुखों की परिषद् संगठन में दूसरी सबसे बड़ी परिषद् है, जो बार्षिक शिखर सम्मेलन का आयोजन करती है तथा संगठन के बजट को मंजूरी प्रदान करती है।
  • विदेश मंत्रियों की परिषद् नियमित बैठकें करती है, जो वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय परिस्थितियों पर चर्चा करती है।
  • सचिवालय संगठन का प्राथमिक कार्यकारी निकाय है, यह संगठनात्मक निर्णयों और दस्तावेजों को लागू करता है तथा दस्तावेज डिपॉजिटरी के रूप में भी कार्य करता है।

SCO के बारे में अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य 

  • SCO की अध्यक्षता सदस्य देशों द्वारा रोटेशन के आधार पर एक-एक वर्ष के लिए की  जाती है।
  • यह संगठन दुनिया की लगभग 42% आबादी, 22% भूमि क्षेत्र और 20% सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है।

सऊदी अरब SCO में क्यों शामिल हुआ?

  • सऊदी अरब कई तरह से लाभान्वित हो सकता है; 
  • जैसे कि सदस्य देशों के साथ व्यापार और आर्थिक सहयोग में वृद्धि, विशेष रूप से चीन और रूस के साथ।
  • यह क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दों और एससीओ के आतंकवाद विरोधी ढांचे तक पहुंच में एक मजबूत आवाज भी प्राप्त कर सकता है।
  • इसके अतिरिक्त, सऊदी अरब संगठन को मध्य पूर्व में अपने प्रभाव का विस्तार करने और वैश्विक मामलों में अपने रणनीतिक वजन को बढ़ाने में मदद कर सकता है।

भारत के लिए महत्व 

  • SCO का मुख्य उद्देश्य आतंकवाद, अलगाववाद और चरमपंथ के विरुद्ध सहयोगपूर्ण तरीके से कार्य करना है, जो कि भारतीय हितों के अनुकूल है।
  • यह भारत को मध्य एशिया से जुड़ने के लिये मंच प्रदान कर सकता है।
  • यह संगठन भारत को चीन और पाकिस्तान के साथ अपने सम्बन्ध सुधारने में भी मदद कर कर सकता है।
  • संगठन के सदस्य देशों में विश्व की लगभग आधी जनसंख्या के निवास करने के कारण भारत को पर्यटन के क्षेत्र में इसका लाभ मिलने की संभावना है।
  • वर्तमान में भारत में आने वाले पर्यटकों का लगभग 6 प्रतिशत भाग SCO देशों से आता है, इसे आगे और बढाया जा सकता है।

डेली अभ्यास प्रश्न 

प्रश्न - शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये;

  1. यह एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
  2. राष्ट्राध्यक्षों की परिषद् शंघाई सहयोग संगठन में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है। 
  3. वर्ष 2001 में भारत इस संगठन का पूर्णकालिक सदस्य बना।

उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं?

  1. केवल 1 
  2. केवल 1 एवं 3 
  3. केवल 1 एवं 2 
  4. उपरोक्त सभी 

उत्तर : C

मुख्य परीक्षा प्रश्न - SCO के लक्ष्यों और उद्देश्यों की आलोचनात्मक जांच करें। भारत के लिए इसका क्या महत्व है?

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