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शंघाई सहयोग संगठन इंटरबैंक कंसोर्टियम

प्रारंभिक परीक्षा - शंघाई सहयोग संगठन, शंघाई सहयोग संगठन इंटरबैंक कंसोर्टियम
मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र 2- क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से संबंधित और/अथवा भारत के हितों को प्रभावित करने वाले करार

सन्दर्भ 

  • हाल ही में, भारत की अध्यक्षता में, शंघाई सहयोग संगठन इंटरबैंक कंसोर्टियम (SCO IBC) की 19वीं बैठक का आयोजन गोवा में किया गया।

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महत्वपूर्ण तथ्य 

  • बैठक में SCO IBC सदस्यों के लिए सहयोग के चार क्षेत्रों का प्रस्ताव दिया गया - 
    1. सहयोग का विस्तार - सदस्य बैंकों के बीच सहयोग को और बढ़ाने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
    2. अनुभव और कौशल का आदान-प्रदान - इस दिशा में पहले से ही किए गए सकारात्मक कदमों पर SCO IBC सदस्य बैंकों के बीच अनुभव, कौशल और कार्मिक प्रशिक्षण के आदान-प्रदान पर जोर दिया जायेगा। 
    3. हस्ताक्षरित दस्तावेजों का इलेक्ट्रॉनिक संग्रह - 20वीं वर्षगांठ के लिए SCO IBC हस्ताक्षरित दस्तावेजों का इलेक्ट्रॉनिक संग्रह बनाने की पहल। 
    4. साझेदारी को मजबूत करना - SCO IBC के ढांचे के भीतर साझेदारी को मजबूत करने के लिए सदस्य बैंकों को प्रोत्साहन।
  • SCO IBC परिषद की बैठक में जलवायु परिवर्तन के प्रति बढ़ती संवेदनशीलता और सतत विकास की आवश्यकता पर भी ध्यान केंद्रित किया गया।

शंघाई सहयोग संगठन इंटरबैंक कंसोर्टियम(SCO IBC)

  • SCO IBC, शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों द्वारा स्थापित एक बहुपक्षीय वित्तीय संगठन है।
  • इसकी स्थापना 26 अक्टूबर, 2005 को सरकार के प्रमुखों की परिषद द्वारा SCO सदस्य राज्यों की सरकारों द्वारा प्रायोजित निवेश परियोजनाओं के लिए धन और बैंक सेवाएं प्रदान करने के लिए की गई थी।
  • SCO IBC परिषद सभी सदस्यों की आम सहमति पर प्रति वर्ष कम से कम एक बार तदर्थ बैठक करती है। 
  • SCO IBC के भीतर सहयोग के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शामिल हैं –
  1. बुनियादी ढांचे, बुनियादी उद्योगों, उच्च तकनीक उद्योगों, निर्यात उन्मुख क्षेत्रों और सामाजिक परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करने वाली परियोजनाओं के लिए धन उपलब्ध कराना।
  2. स्वीकृत अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग प्रथाओं के आधार पर ऋण जारी करना।
  3. SCO सदस्य राज्यों और सामान्य हित के अन्य क्षेत्रों के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को प्रोत्साहित करने के लिए निर्यात वित्तपोषण प्रदान करना।

शंघाई सहयोग संगठन (SCO) 

  • शंघाई सहयोग संगठन (SCO) एक स्थायी अंतर-सरकारी अंतरराष्ट्रीय संगठन है।
  • इसका गठन जून 2001 में शंघाई(चीन) में किया गया था।
  • SCO के गठन से पहले शंघाई फाइव नाम का एक संगठन था। कज़ाखस्तान, चीन, किर्गिज़स्तान, रूस और ताजिकिस्तान शंघाई फाइव के सदस्य थे।
  • वर्ष 2001 में उज़्बेकिस्तान के शामिल होने के बाद शंघाई फाइव का नाम बदलकर शंघाई सहयोग संगठन कर दिया गया।
  • 2017 में भारत तथा पाकिस्तान को इस संगठन का सदस्य बनाया गया।
  • दुशांबे में आयोजित 2021 की शिखर वार्ता में ईरान को पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल किया गया।
  • रूसी तथा मंडारिन SCO की आधिकारिक भाषाएँ हैं।
  • यह शंघाई स्पिरिट नामक दर्शन से संचालित होता है, जो कि सद्भाव, सर्वसम्मति से काम करने, दूसरों की संस्कृति का सम्मान करने तथा दूसरों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप ना करने एवं गुटनिरपेक्षता पर बल देता है। 
  • SCO की अध्यक्षता सदस्य देशों द्वारा रोटेशन के आधार पर एक-एक वर्ष के लिए की  जाती है। 
  • यह संगठन दुनिया की लगभग 42% आबादी, 22% भूमि क्षेत्र और 20% सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है।
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